Indore: संजीवनी हेल्पलाइन फिर बनी जीवन संजीवनी, बचाई जान

Akanksha
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इंदौर -दिनांक 11 अक्टूबर 2021- श्रीमान पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर (शहर) श्री मनीष कपूरिया के निर्देशन मे इंदौर पुलिस द्वारा संचालित “संजीवनी”-एक कदम जीवन की ओर हेल्पलाईन द्वारा नकारात्मक विचारो से ग्रसित होकर जीवन से हताश एवं परेशान लोगों की काउंसलिंग कराई जाकर उनको नकारात्मक विचारों से उबारने हेतु हरसंभव प्रयास किये जा रहे है।

पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) श्री अरविंद तिवारी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राईम) श्री गुरुप्रसाद पाराशर के मार्गदर्शन मे इंदौर पुलिस द्वारा संचालित संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा किये जा रहे प्रयासो से कई पीडितो को मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या जैसे गलत कदम उठाने जा रहे दौर से उबारने मे मदद मिली है।

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इसी कडी मे संजीवनी हेल्पलाईन नंबर 7049108080 पर सूचना प्राप्त हुई थी कि अमन (परिवर्तित नाम) उम्र 34 वर्ष साल निवासी अशोक नगर मध्य प्रदेश है आवेदक UPSC परीक्षा की तैयारी कर रहा था IAS बनना चाहता था, परीक्षा में अनुतीर्ण होने की वजह से बन नही पाया, उसके बाद भी अन्य प्रतियोगी परीक्षाओ में भी पास नही हो पाया, व्यक्ति की उम्र 34 वर्ष होकर बार-बार परीक्षा मे असफलता के चलते डिप्रेशन में आ गया है, इस वजह से व्यक्ति आत्महत्या करना चाहता है।

सूचना मिलते ही WE CARE FOR YOU की संजीवनी हेल्पलाईन टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही कर जानकारी के आधार पर पीडित अमन (परिवर्तित नाम) से संपर्क किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए, उनके मार्गदर्शन में WE CARE FOR YOU “संजीवनी”-हेल्पलाईन टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही कर व्यक्ति को आत्महत्या करने से रोककर उसकी जान बचाई गई।।

संजीवनी टीम के द्वारा मनोचिकित्सक विषेशज्ञों से पीडित अमन (परिवर्तित नाम) की काउंसलिंग भी कराई गई तथा पीडित अमन (परिवर्तित नाम) को इस प्रकार आत्महत्या करने से रोकने के साथ ही उसके मानसिक अवसाद को दूर करने के उपाय भी बताये गये।

इंदौर पुलिस द्वारा जनसामान्य से यह अपील की जाती है कि ऐसे किसी भी अवसादग्रस्त व्यक्ति के संबंध मे जानकारी प्राप्त होने (जोकि आत्महत्या जैसे विचार मन मे लाता है) पर इंदौर पुलिस द्वारा संचालित की जा रही संजीवनी हेल्पलाईन के मोबाईल नंबर 7049108080 पर सूचित करे ताकि ऐसे निराशावादी ग्रसित लोगो को विशेषज्ञों द्वारा उचित परामर्श मुहैया कराई जाकर, उन्हें आत्महत्या करने जैसे घातक कदम उठाने से रोका जा सके।