मानव दुर्व्यापार की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे जागरूकता अभियान ‘चेतना’ के तहत इंदौर पुलिस पहुंची स्कूली बच्चों के बीच

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इंदौर। मानव दुर्व्यपार के अपराधों एवं महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम तथा उनकी सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए, इस संबंध में लोगों में जनजागृति लाने के उद्देश्य से पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा मातृशक्ति के सम्मान के इस पावन पर्व शारदीय नवरात्रि के अवसर पर दिनांक 26.09.22 से 04.10.22 तक एक प्रदेश स्तरीय जागरूकता अभियान “चेतना” चलाया गया।

उक्त निर्देशों के अनुक्रम में पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर हरिनारायणचारी मिश्र एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध /मुख्यालय) राजेश हिंगणकर द्वारा मानव दुर्व्यापार संबंधी अपराधों की रोकथाम व महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा हेतु प्रभावी कार्यवाही के साथ ही लोगों में इस संबंध में सामाजिक चेतना व जन जागरूकता की भावना लाने के लिये कार्यवाही हेतु इंदौर पुलिस को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

इसी तारतम्य में पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) निमिष अग्रवाल एवं अति. पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) श्रीमती मनीषा पाठक सोनी व अति.पुलिस उपायुक्त श्री प्रमोद सोनकर के मार्गदर्शन में उक्त चेतना अभियान के तहत कार्यालय पुलिस उपायुक्त मुख्यालय के निरीक्षक राधा जामौद, उप निरीक्षक शिवम ठक्कर एवं महिला थाना प्रभारी ज्योति शर्मा व महिला सुरक्षा शाखा की निरीक्षक क्लियर डामोर के साथ पुलिस टीम विभिन्न स्कूल एवं कॉलेज में पहुंचकर कैडेट्स एवं विघार्थियों को मानव दुर्व्यापार संबंधी अपराधों एवं बच्चों के अपहरण आदि से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देकर उन्हें साइबर अपराधों के प्रति जागरूक कर रहे है।

 

इसी कड़ी में पुलिस टीमें कल दिनांक 26.09.22 को शासकीय अत्री देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुदामा नगर इंदौर एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मूसाखेड़ी में तथा आज आज दिनांक 27.09.22 को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजेन्द्र नगर इंदौर व जगदाले विघालय छावनी इंदौर में पहुंची और एसपीसी कैडेट्स एवं स्कूल के बच्चों को उक्त चेतना अभियान के तहत मानव दुर्व्यापार संबंधी अपराधों के प्रति जागरूक करते हुए, बताया कि मानव दुर्व्यापार करने वाले अपराधियों के सबसें साफ्ट टारगेट्स छोटे बच्चें एवं लड़किया होती है, इनको वे आसानी से बहला फुसलाकर व विभिन्न तरीकों से आसानी से शिकार बना लेते है, इसलिये हम बच्चों को सतर्क रहने की जरूरत है।

पुलिस टीम ने इस संबंध मे बनाई गयी शार्ट फिल्म सुनहरे पंख फिल्म के माध्यम से बच्चों को बताया कि बच्चों का अपहरण क्यों किया जाता है इसके पीछे अपराधी तत्वों का क्या क्या स्वार्थ होता है और वे लोग बच्चों के साथ किस तरह से दुर्व्यवहार करते हैं एवम उनका शोषण करते हैं बताया तथा हम इससे कैसे बच सकते हैं आदि महत्वपूर्ण जानकारियां दी।

शिवम ठक्कर ने बच्चों को सोशल मीडिया से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताते हुए, उन्हें वर्तमान समय के सायबर अपराध के बारे में विस्तार से जानकारी दी और इससे बचने के उपाय भी बताए गए। साथ ही सोशल मीडिया को बहुत ही सावधानी पूर्वक इस्तेमाल करने की सलाह दी।

टीम के द्वारा विघार्थियों से बढ़े ही सहज भाव से बातचीत करते हुए उन्हें उनकी सुरक्षा के विभिन्न साधनों के बारे में बताया। उनकों पुलिस द्वारा चलाई जा रही विभिन्न हेल्पलाइन तथा मानव दुर्व्यापार पर जन जागरूकता हेतु बनाए गए पम्पलेट्स वितरित कर, सभी को दिखाई दे ऐसे स्थानों पर उन्हें चस्पा भी किये गये। इस दौरान विघार्थियों द्वारा कई प्रकार के प्रश्न भी किये गये, जिनका पुलिस अधिकारियों ने उचित जानकारी देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत भी किया गया। साथ ही बच्चों को मोटिवेट करते हुए उन्हें सेल्फ डिफेंस के तरीकों से भी अवगत कराया गया।

इस दौरान स्कूलों के प्राचार्य व शिक्षकगण सहित अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा और उन्होनें पुलिस द्वारा चलाये जा रहे उक्त जागरूकता अभियान की सराहना करते हुए पुलिस टीम का आभार भी व्यक्त किया गया।