इंदौर (Indore News) : इंदौर पुलिस कमिश्नर श्री हरिनारायणचारी मिश्र व्दारा इंदौर कमिश्नरेट में लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने वाले एवं सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर अपातिजनक पोस्ट व हैकिंग करने वाले अपराधियों की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु प्रभावी कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है।
उक्त निर्देशों के अनुक्रम में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री मनीष कपूरिया के मार्गदर्शन में पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) श्री निमिष अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस उप आयुक्त (क्राईम ब्राँच) श्री गुरू प्रसाद पाराशर द्वारा ऑनलाईन ठगी एवं सोशल मीडिया संबंधी अपराधो की रोकथाम हेतु क्राइम ब्रांच फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीमों को लगाया गया है ।
इंदौर क्राइम ब्रांच द्वारा ऑनलाइन ठगी के रोकथान मे सहायता हेतु सायबर हेल्पलाइन चलायी जा रही है, जिसमे प्रतिदिन फोन के माध्यम से आवेदको द्वारा अपनी फ्रॉड संबंधी शिकायत दर्ज कराई जाती है। इसी तारतम्य में आवेदिका निवेदिता गुप्ता निवासी इंदौर एवं आवेदक अरशद खान निवासी इंदौर ने, क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा संचालित Cyber Helpline पर अज्ञात ठग व्यक्ति द्वारा ठगी की शिकायत दर्ज कराई गई गई थी।
शिकायतकर्ता द्वारा हेल्पलाइन पर दर्ज शिकयत मे ,पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) श्री निमिष अग्रवाल द्वारा तत्काल फ्राड इंन्वेस्टीगशन सेल को कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया गया। फ्राड इंन्वेस्टीगेशन सेल टीम द्वारा आवेदिका निवेदिता गुप्ता एवं आवेदक अरशद से फ्राड की संपूर्ण जानकारी लेकर जांच की जिसमे ज्ञात हुआ कि आवेदिका को ठग द्वारा झूठ बोलकर अपना परिचित बातकर पैसे किसी अन्य व्यक्ति से उधार लेकर आवेदिका के खाते में डालने का बोलकर khatabook App के माध्यम से रिक्वेस्ट भेजी व आवेदिका निवेदिता गुप्ता को Khatabook रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करवाकर आवेदिका के साथ 10,000/- रूपये ठगी की गई।
जिसमे क्राईम ब्रांच इंदौर की फ्राड इंन्वेस्टीगेशन सेल टीम द्वारा आवेदिका के ट्रांजेक्शन से संबंधित khatabook App कंपनी से संपर्क कर उक्त ट्रांजेक्शन को रुकवाकर आवेदिका के 10,000/- रूपये उनके स्वंय के बैंक खाते मे सकुशल वापस कराये गये।
साथ ही हेल्पलाइन की दूसरी शिकायत में ठग द्वारा आवेदक अरशद से उसकी बैंक credit card की जानकारी लेकर उसके खाते से Flipkart से शॉपिंग कर ठगी की गई थी जिसमे क्राईम ब्रांच इंदौर की फ्राड इंन्वेस्टीगेशन सेल टीम द्वारा आवेदक के ट्रांजेक्शन से संबंधित जानकारी लेकर उक्त Flipkart कंपनी से संपर्क कर ट्रांजेक्शन को रुकवाकर आवेदक के 29,990/- रूपये उसके स्वंय के बैंक खाते मे सकुशल वापस कराये गये।
इंदौर पुलिस द्वारा आमजन को सूचित किया जाता है कि, किसी भी अंजान व्यक्ति द्वारा फोन, मेसेज व सोशल मिडिया के माध्यम से सपंर्क कर बैंक खाता, क्रेडिट कार्ड, वालेट एवं यूपीआई पिन व पॉलिसी की जानकारी मांगी जाती है तो, उन्हें अपनी यह गोपनीय निजी जानकारी ना दें। साथ ही किसी भी अंजान एप्पलीकेशन को डाउनलोड कर एक्सेस पासवर्ड शेयर न करे अन्यथा आप ठगी के शिकार हो सकते है। इस तरह की घटना की सूचना तुरंत अपने नजदीकी थाना पर दे या क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा संचालित 704912-4445 पर सूचित करे।