इंदौर: पुलिस और एचडीएफसी बैंक ने सुरक्षित बैंकिंग पर किया कार्यशाला का आयोजन

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इंदौर, 28 नवंबर, 2020: एचडीएफसी बैंक ने अपने ‘मुह बंद रखो ’अभियान के तहत एचडीएफसी बैंक लिमिटेड और इंदौर पुलिस ने आज एक सुरक्षित बैंकिंग कार्यशाला का आयोजन किया। इंदौर में आम जनता के लिए आयोजित डिजिटल कार्यशाला का उद्देश्य साइबर धोखाधड़ी और उन्हें रोकने के तरीकों पर जागरूकता पैदा करना है।

डिजिटल कार्यशाला का आयोजन इंदौर पुलिस के एडीशनल एसपी डॉ. प्रशांत चौबे ने किया था। एचडीएफसी बैंक से, वरिष्ठ प्रबंधक -रिस्क इंटेलिजेंस और कंट्रोल विनय तिवारी ने कार्यशाला में भाग लिया। उन्होंने सरल तरीके से समझाया की जनता केसे साइबर धोखाधड़ी के शिकार होने से खुद को बचा सकती है।

‘मुह बंद रखो’ अभियान में बुनियादी विवरण जैसे कार्ड का विवरण, सीवीवी, एक्सपायरी की तारीख, ओटीपी, नेटबैंकिंग/मोबाईल बैंकिंग, लॉग इन आईडी एवं पासवर्ड की जानकारी फोन, एसएमएस, ईमेल और सोशल मीडिया पर किसी को भी न बताने जैसे सरल उपायों का पालन करके आम जनता और उनके पैसे को सुरक्षित किया जा सकता है। इसके अलावा, इसका उद्देश्य आम जनता को जागरूक करना है कि वे अज्ञात स्रोतों से ऑनलाइन लिंक पर क्लिक करके धोखाधड़ी के शिकार न हों।

राष्ट्रीय स्तर पर इस अभियान की शुरुआत बैंक द्वारा 16 नवंबर 2020 को रिटायर्ड जनरल डॉक्टर राजेश पंत, नेशनल साईबर सिक्योरिटी को-ऑर्डिनेटर, भारत सरकार एवं जिमी टाटा, चीफ रिस्क ऑफिसर, एचडीएफसी बैंक की उपस्थिति में एक वेर्चुअल कार्यक्रम के द्वारा की थीl इंदौर पुलिस के सहयोग से आयोजित यह कार्यशाला एचडीएफसी बैंक की उन 1000 से अधिक ऐसी कार्यशालाओं का हिस्सा है जिसे बैंक अगले 4 महीनों में देश भर में संचालित करेगा।

इस अवसर पर सुनील पंजवानी, सर्कल हेड, एचडीएफसी बैंक ने कहा “लोगों को जागरूक करने और सुरक्षित बैंकिंग पर शिक्षित करने के लिए इंदौर पुलिस के साथ साझेदारी करके हम  खुश हैं। हमारा  अभियान ‘मुह बंद रखो’ कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सतर्क रहने की जरूरत को रेखांकित करता है और ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वालों के शिकार होने से भी बचाने के लिए प्रेरित करता है अर्थार्त एक सरल कदम का पालन करना है जैसे कि ओटीपी, पिन जैसी निजी जानकारी साझा नहीं करना या किसी अनजान ऑनलाइन लिंक पर क्लिक नहीं करना, इन सब बातो का पालन करके आप ऑनलाइन धोखाधड़ी से भी बच सकते हो l