Indore : विश्व में शांति और समस्याओं का समाधान केवल भारतीय दर्शन से ही संभव – मुख्यमंत्री चौहान

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इंदौर(Indore) : आज पूरे विश्व में किसी न किसी रूप में उथल-पुथल मची हुई है। शांति एवं समस्याओं के समाधान के लिए वैश्विक स्तर पर अनेक प्रकार के उपाय किये जा रहे हैं किन्तु व्यावहारिक धरातल पर न तो शांति स्थापित हो पा रही है और न ही समस्याओं का समाधान। अब ऐसे में प्रमुख सवाल यह उभर कर आता है कि आखिर विश्व में शांति कैसे स्थापित होगी और वैश्विक स्तर पर व्याप्त तमाम समस्याओं का समाधान कैसे होगा ? इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारतीय दर्शन की तरफ पूरी दुनिया को अग्रसर होना ही होगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात आज डेली कालेज के सभागार में आयोजित यंग थिंकर कॉनक्लेव के शुभारंभ अवसर पर कही। प्रज्ञा प्रवाह के संयोजन में आयोजित इस दो दिवसीय कॉनक्लेव में समूचे भारत से आये लगभग पाँच सौ युवा शिरकत कर रहे हैं। विश्व विद्यालयीन शिक्षा में गोल्ड मेडलिस्ट चौहान ने भारतीय दर्शन की बात की।प्रतिभागियों के ज़रिए युवाओं को भारतीय दर्शन का पाठ पढ़ाया।उन्होंने अपने जीवन में घटित घटनाओं और अनुभवों को भी साझा किया। इस दौरान वे शरीर,मन,बुद्धि और आत्मा के सुखों,भौतिकता,पाश्चात्य जीवन शैली,विज्ञान,धर्म,राजनीती आदि विषयों पर भारतीय दर्शन के सार पर कोई 26 मिनिट धाराप्रवाह बोले।

उन्होंने कहा कि भारतीय दर्शन में जीवन यापन के जो भी तौर-तरीके बताये एवं अपनाए गये हैं, वास्तव में यदि समय रहते मानव ने अपने आपको विकासरूपी भ्रम जाल से बाहर निकालकर विश्व में शांति एवं समस्याओं के समाधान हेतु अंगीकार नहीं किया तो विश्व कल्याण की कल्पना व्यर्थ है।उन्होंने युवाओं का आव्हान किया कि एक बार पुनः विश्व में भारतीय जीवन दर्शन का डंका बजाने के लिए शंखनाद किया जाए।

प्रज्ञा प्रवाह के संयोजक जे नन्दकुमार, राजीव गांधी प्रोद्योगिकी विश्विद्यालय के कुलपति सुनील कुमार, देवी अहिल्या विश्विद्यालय की कुलपति रेणु जैन, महर्षि पणिनि वैदिक विद्यापीठ के कुलपति विजय कुमार, महापौर पुष्यमित्र भार्गव,डेली कालेज के अध्यक्ष विक्रम पवार मंचासीन थे।

आरम्भ में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन किया गया। स्वागत भाषण यंग थिंकर फ़ोरम के आशुतोष ठाकुर ने दिया और कहा कि अतिथियों को स्मृति चिन्ह स्वरूप वाग्देवी की प्रतिमा की प्रतिकृति दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री चौहान से आग्रह किया कि वाग्देवी की प्रतिमा जो कि इंग्लैंड में हैं, के यहाँ लाने की पहल करें जिसे चौहान ने स्वीकारा। कार्यक्रम में मंत्री द्वय तुलसीराम सिलावट और उषा ठाकुर,साँसद शंकर लालवानी,विधायक मालनी गौड,डॉ निशांत खरे, गौरव रणदिवे सहित जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।