Indore News: अहिल्याबाई की पुण्य तिथि पर आज इंदौर को एक नई सौगात मिली है। बताया जा रहा है कि अहिल्याबाई की पुण्य तिथि पर एआईसीटीएसएल ने सौगात दी है। आज से महिलाओं के लिए पिंक आई बस की शुरुआत हुई है। इस बस को महिला ड्राइवर ही चलाएगी। इसके लिए महिला ड्राइवर को बस चलाने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
खास बात ये है कि इस बस का संचालन बीआरटीएस कॉरिडोर पर होगा। वहीं बताया जा रहा है कि इस बस का शुभारंभ मंत्री उषा ठाकुर ने किया है। साथ ही मंत्री ठाकुर ने महिलाओं के लिए शुरू की गई बस की प्रशंसा भी की है।
उन्होंने कहा है कि इंदौर को अच्छी सौगात मिली है महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। वहीं निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कहा अहिल्याबाई की पुण्य तिथि पर महिलाओं के लिए सुविधा प्रदान कर रहे है।
एआईसीटीएसएल द्वारा महिला सशक्तिकरण और स्वावलंबन हेतु संचालित पिंक बस में आज दिनांक 6 सितंबर 2021 से आत्मनिर्भरता का स्टीयरिंग स्त्री के हाथों में होगा। दो महिला चालक रितु नरवाले और अर्चना कटारे का एक माह का पिंक आई बस संचालन का ट्रेनिंग पूर्ण हो चुका है। 2 सितंबर से महिला चालक के साथ पिंक बस का ट्रायल रन सफलतापूर्वक किया गया।
इन बसों में लक्ष्मी असवरा और पुष्पा चौहान परिचालक के रूप में पूर्व से कार्यरत हैं। यह पिंक बसें सीसीटीवी कैमरे, ऑन बोर्ड यूनिट, सेंसर डोर के साथ महिला सशक्तिकरण संबंधी सुविचारों से सुसज्जित है। ये बसें महिला चालक के साथ प्रातः 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक 5 फेरे (निरंजनपुर – राजीव गांधी – निरंजनपुर) लगाएंगी। (तत्पश्चात बस का संचालन महिला परिचालक के साथ रात्रि 10:15 तक किया जायेगा। )प्रतिदिन इन दो पिंक बसों में लगभग 2000 महिलाएं सफर करती हैं।
हमें ये बताते हुए गर्व है की प्रदेश में पहली बार महिला चालक के साथ यात्री बसों का संचालन आज से हम करने जा रहे हैं। मा.पर्यटन, संस्कृति एवं अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर जी और निगमायुक्त एवं एआईसीटीएसएल की प्रबंध निदेशक श्रीमती प्रतिभा पाल जी ने इन दोनों बसों को प्रातः 11 बजे, एआईसीटीएसएल परिसर से हरी झंडी दी।
एआईसीटीएसएल की प्राथमिकता में महिला आत्मनिर्भरता विषय सदैव से है। बीआरटीएस पर नियुक्त महिला टिकट इश्यूर हो अथवा शहर में पहली बार संचालित किए गए महिला ई रिक्शा का ट्रेनिंग और अब महिला चालक के साथ यात्री बस.. भविष्य में भी इस प्रकार के सशक्तिकरण की विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य करने हेतु एआईसीटीएसएल प्रतिबद्ध है।