इंदौर: आईआईएम इंदौर ने 23 जनवरी, 2021 को दो ऑनलाइन शिक्षण कार्यक्रमों की शुरुआत की । ये दो पाठ्यक्रम हैं फिनटेक और फाइनेंशियल ब्लॉकचेन में सर्टिफिकेट प्रोग्राम (सीपीएफएफबी) और डिजिटल परिवर्तन में कार्यकारी कार्यक्रम (ईपीडीटी), जो टीएसडब्ल्यू के सहयोग से संचालित किए जा रहेहैं । उद्घाटन समारोह ऑनलाइन मोड मेंप्रोफेसर रणजीत नम्बूदिरी, डीन-अकादमिक, आईआईएम इंदौर;प्रोफेसर प्रशांत सलवान, चेयर, एग्जीक्यूटिव एजुकेशन; प्रोफेसर शुभमॉय डे, कार्यक्रम समन्वयक-सीपीएफएफबी; प्रोफेसर सौरभ कुमार और प्रोफेसर संजोग रे, संकाय समन्वयक-ईपीडीटी अनीश श्रीकृष्णा, सीईओ, टीएसडब्ल्यू टाइम्स प्रोफेशनल लर्निंग और सभी प्रतिभागियों की उपस्थिति में हुआ ।
प्रोफेसर रंजीत नंबुदिरी ने बैचों का स्वागत किया और बताया कि ऑनलाइन कार्यक्रमों में दाखिला लेने के लिए यह सर्वश्रेष्ठ समय है। डिजिटल परिवर्तन के बारे में अपने विचार साझा करते हुए, उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यवसाय डिजिटल बिज़नस बनने की कोशिश कर रहा है क्योंकि यह परिवर्तन ग्राहकों के साथ बेहतर रूप से जुड़ने; बेहतर निर्णय लेने और वर्तमान में व्यापार रणनीति बनाने में मददगार है। ‘यह सिर्फ एक फर्म में प्रौद्योगिकी कार्यान्वयन तक ही सिमित नहीं है, अपितु एक मानसिकपरिवर्तन भी है’, उन्होंने कहा। फिनटेक और फाइनेंशियल ब्लॉकचेन के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत फिनटेक, डिजिटल ट्रांजैक्शंस आदि के मामले में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ बाजार है और महामारी के बावजूद, जिस दर से भारत बढ़ रहा है वह उल्लेखनीय है।
प्रोफेसर प्रशांत सलवान ने कहा कि हम तकनीक से अवगत हो सकते हैं, लेकिन भविष्य की आवश्यकता डिजिटल प्रौद्योगिकी और मानव का मिश्रण है। ‘यह पाठ्यक्रम इसी स्थिति के लिए आवश्यक कौशल हासिल करने का अवसर प्रदान करता है और डिजिटल परिवर्तन को लागू करने में मदद करता है ’, उन्होंने कहा। फिनटेक के बारे में चर्चा करते हुए, उन्होंने कहा कि वित्तीय क्षेत्र तेज़ी से उन्नत हुआ है – विशेष रूप से बैंकिंग क्षेत्र । ‘यह कार्यक्रम इन परिवर्तनों को समझने और इस विविध बैच के साथ वित्त विशेषज्ञों से आपस में ज्ञान साझा करने में मदद करेगा ‘, उन्होंने कहा।
संबंधित कार्यक्रमों के लिए संकाय समन्वयकों ने पाठ्यक्रम पर अंतर्दृष्टि साझा की। उन्होंने उल्लेख किया कि संस्थान पाठ्यक्रम प्रासंगिक बना रहा है और कार्यकारी अधिकारियों के लिए सहायक रहेगा । उन्होंने चर्चा की कि डिजिटल परिवर्तन और फिनटेक कैसे विकसित हुए हैं और उनसे विभिन्न कार्यों पर खर्च किए गए समय की अवधि को कम करके, स्थान की बाधाओं को पहुंच का विस्तार करके हमारे दैनिक जीवन में एक प्रभाव को जन्म दिया है। उन्होंने कहा कि दोनों पाठ्यक्रम में विविध क्षेत्रों के प्रतिभागी हैं जो उन्हें एक-दूसरे के अनुभवों से भी सीखने में सक्षम बनाएंगे।
टीएसडब्ल्यू, टाइम्स प्रोफेशनल लर्निंग के सीईओ अनीश श्रीकृष्ण ने इस कार्यक्रम को चुनने के लिए प्रतिभागियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आईआईएम इंदौर NIRF रैंकिंग में 7वें स्थान पर है और ट्रिपल क्राउन मान्यता के साथ सबसे अग्रणी बी-स्कूलों में से एक है । डिजिटल परिवर्तन पर अपने विचार साझा करते हुए उन्होंने कहा, ‘प्रौद्योगिकी ने हमारे जीने के तरीके को बदल दिया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 3 डी प्रिंटिंग, रोबोटिक्स आदि जैसे क्षेत्र आकर्षक हैं लेकिन व्यवसायों पर प्रभाव डालते हैं। हमें यह समझने की आवश्यकता है कि इसका हमारी कंपनियों, करियर और भविष्य में व्यवसाय पर क्या प्रभाव पड़ेगा’।यह कार्यक्रम समृद्ध पाठ्यक्रम वाले प्रतिभागियों के लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि फिनटेक पहले कार्यालय के कार्यों के लिए उपयोग किया जाता था, लेकिन अब बैंक भी इसका इस्तेमाल करते हैं , खासकर मोबाइल उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए’, उन्होंने कहा इस कार्यक्रम का समापन एक पार्टिसिपेंट इंटरेक्शन के साथ हुआ, जिसमें उन्हें पाठ्यक्रम समन्वयकों के साथ बातचीत करने और पाठ्यक्रम पर अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का मौका मिला।