इंदौर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में बस संचालकों की बैठक, अधिकारियों ने दिए ये दिशा-निर्देश

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इंदौर। वर्षाकाल के दौरान वाहनों के सुरक्षित संचालन हेतु आज क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय इंदौर में बस संचालकों की बैठक आयोजित हुई। बैठक में सुरक्षात्मक वाहन संचालन के संबंध में चर्चा की जायेगी। बैठक में सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अर्चना मिश्रा और राजेश गुप्‍ता ने बस संचालकों को सुरक्षित वाहन संचालन किये जाने हेतु आवश्‍यक दिशा-निर्देश दिये।

निर्देश दिए गए कि मार्ग के मध्य पड़ने वाली पुल पुलिया पर पानी का बहाव होने पर वाहन को पार न करें। वाहन के ब्रेक एवं स्टेयरिंग आदि का आईलिंग कार्य पूर्ण करायें। वाहनों को नियंत्रित गति से संचालित किया जाना सुनिचित किया जाये। वर्षाकाल के पूर्व वाहन में समस्त तकनीकी कार्य पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करें। वाहनों के फ्रन्ट विन्ड शील्ड पर वाइपर एवं ब्रेक लाईट, फॉगलेम्प, इंडिकेटर, हेडलाईट सुचारू रूप से कार्य कर रहे हो यह सुनिश्चित किया जाये। पुल-पुलिया पर लगे संकेतकों को ध्यान से पढ़ें एवं पुलिस प्रशासन द्वारा दी गई चेतावनी का पालन करें।

इसी प्रकार वाहन चालक ड्रायविंग करते समय मोबाईल पर बात न करें। वाहन में प्रवेश व निर्गम द्वार पृथक-पृथक एवं आपात द्वार ठीक से खुल रहे हो, उसे खोलने में कोई – बाधा उत्पन्न न हो। वाहन में अग्निशमन यंत्र (चालू हालत में) एवं प्रथम उपचार पेटी होना आवश्यक है। पुल-पुलिया पर पानी होने पर बस में सवार किसी भी यात्री के दबाव में वाहन को पुल-पुलिया से पार नही निकाला जाए। वाहन के वैद्य दस्तावेज (पंजीयन प्रमाण पत्र, बीमा, फिटनेस एवं परमिट) होने पर ही वाहन का संचालन करें।

चालक का लायसेंस वैद्य हो एवं लोक सेवा यान चलाने के लिये प्राधिकृत होना अनिवार्य है। चालक वाहन की ड्रायविंग सीट पर बैठने के पूर्व अपना मोबाईल परिचालक को सौंप दें, किसी भी स्थिति में वाहन चलाते वक्त मोबाईल का उपयोग न करें। बारिश के दौरान रोड पर वाहनों से थोड़ी ज्यादा डिस्टेंस रखें ताकि जरूरत पड़ने पर वाहन को आराम से रोका जा सकें। बारिश के दौरान कभी भी हैवी ब्रेक नहीं लगायें खराब टायरों की वजह से वाहन फिसलने का डर बना रहता है इसलिए टायरों की जांच करा लें और जरूरत हो तो उन्हें बदलवा लें। समय-समय पर एयर प्रेशर चेक करते रहें। स्टेपनी में रखा टायर भी चेक करायें । ड्राइवर द्वारा नशे में वाहन नहीं चलायी जाये। बसों में इलेक्ट्रिक वायरिंग को चेक करा लें, ताकि वाहन में शार्ट सर्किट से अग्नि दुर्घटना की स्थिति निर्मित ना हो।