Indore News: कोरोना से लड़ने में सक्षम है ये नैनो टेक्नोलॉजी से बना मास्क, इतनी है कीमत

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देशभर में कोरोना का कहर फ़िलहाल कम हो गया है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. देश में बढ़ते खतरे को देखते हुए मास्क को बेहद जौरी कर दिया है. आज के समय में कई तरह के मास्क बाजारों में मिलने लगे है. इसी बीच इंदौर के स्टार्ट अप एसएसएस सिमुलेशन ने एक अनोखा मास्क बनाया है. इस मास्क की रिसर्च फरवरी 2021 में कृष्णदास गणपति,अनिकेत कुमार और राजा गुप्ता ने शुरू की थी.

यह मास्क हल्का बिजली या चांदी का कण वायरस को खत्म कर सकता है. यह तकनीक संयुक्त अमेरिका में प्रयोगशालाओं में सिद्ध हो चुकी है लेकिन लैब में काम साबित करने के लिए अभी तक कोई उत्पाद लॉन्च नहीं किया गया है. उनका शुरुवाती सुझाव था के वह नैनो फाइबर और नैनो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करे , इस प्रयोग में वे नैनो फाइबर से बिजली पास करके देखते.

इसके बाद इस टीम ने कोच्चि में मैसर्स अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ नैनो साइंसेज से संपर्क किया,जो नैनो फाइबर की क्षमता से वायरस को फ़िल्टर करने या वायरस को खत्म करने पर पहले से ही काम कर रहे थे।शुरुवात में इन्होंने साथ दिया लेकिन 2 हफ्ते बाद वे प्रोजेक्ट से अलग हो गए। तब टीम ने नोएडा की एक कम्पनी जिसने सिल्वर पार्टिकल टेक्नोलॉजी कोटिंग का पेटेंट ले रखा था जो की National Institute of Foreign Sciences Gujarat से मान्यता प्राप्त था से सम्पर्क किया. यह 99 प्रतिशत कोविड फिल्ट्रेशन कर सकती थी.

कृष्णा दास ने बताया ,”हमे लगा की कुछ वायरस पहली परत को पार कर सकेंगे. फिर हमने विचार-मंथन किया और एक विचार आया कि हम 74 माइक्रोन ओपनिंग वाले पीतल के तार जाल का उपयोग करेंगे और सकारात्मक और नकारात्मक टर्मिनल वाली घड़ी की बैटरी को ठीक करेंगे. हमने प्रयोग किया और एक प्रोटो टाइप बनाया और हमने पीतल के तार की जाली में 0.4 A और 1,5 V का करंट मापा। हमने प्रोटोटाइप बनाया और मैसर्स सित्रा कोयंबटूर को परीक्षण के लिए मास्क भेजा और एक सप्ताह के बाद बैक्टीरिया परीक्षण के परिणाम बाहर हो गए और इसका उच्च स्कोर 98% था जो कि क्लास। डिवाइस या N99 मास्क के बराबर है. हम परिणामों से संतुष्ट नहीं थे क्यों की 150 रुपए का सेल प्राइस आ रहा था.”