Indore News: 25 कवियों की रचनाओं को स्वर देंगे इंदौर के गायक :बाँसुरी वादक आलोक बाजपेयी 

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इंदौर वरिष्ठ पत्रकार डॉ. विकास दवे ने म.प्र. साहित्य अकादमी की कमान सँभालने के बाद अकादमी के आयोजनों की संकल्पना, गुणवत्ता और संख्या तीनों में क्रांतिकारी परिवर्तन किये हैं. इसी क्रम में 28 जनवरी 2021 को बड़नगर में साहित्यकार प्रभाकर क्षोत्रिय को समर्पित एक दिवसीय आयोजन बड़नगर में किया जाएगा। आयोजन में क्षोत्रिय के कृतित्व और व्यक्तित्व पर विद्वानों के व्याख्यानों के अलावा एक अनूठी सांगीतिक विनयाजंलि भी दी जाएगी, जिसमें इंदौर के जाने -माने गायक – बाँसुरी वादक आलोक बाजपेयी अपने सहयोगी कलाकारों के साथ क्षोत्रिय के 25 प्रिय कवियों की रचनाओं को स्वर देंगे।

डॉ. दवे के कमान सँभालने के बाद कोरोना काल के ठप्प पड़ी अकादमी की गतिविधियों को पूरे प्रदेश में चहुँमुखी गति प्रदान की है. गैर पारम्परिक तरीकों से साहित्य को संवर्धन और संरक्षण भी उसका हिस्सा है. इसी क्रम में लब्ध -प्रतिष्ठित साहित्यकार -आलोचक स्व.  प्रभाकर क्षोत्रिय की एक दिवसीय आयोजन बड़नगर में आयोजित किया जा रहा है. साहित्य अकादमी के इस आयोजन में जहाँ वरिष्ठ साहित्यकार जीवन प्रकाश आर्य एवं जगदीश चंद्र शर्मा क्षोत्रिय के व्यक्तित्व -कृतित्व पर पक्ष डालेंगे, वहीं इंदौर के प्रतिष्ठित गायक – बाँसुरी वादक आलोक बाजपेयी क्षोत्रिय के 25 प्रिय कवियों की रचनाओं को स्वर देकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे। इन कवियों में  क्षोत्रिय की लोकप्रिय पुस्तक “तुलसी से त्रिलोचन” तक में शामिल कवियों के अलावा उनके कृतित्व में लगातार जगह पाने वाले कभी शामिल हैं.

इस सूची में भक्ति काल के तुलसीदास जी, भक्त मीराबाई, सूरदास जी से लेकर कबीर साहब जैसे सुधारवादी कवि तो  छायावादी – राष्ट्रवादी सर्वश्री मैथिलीशरण गुप्त, माखनलाल चतुर्वेदी, जयशंकर प्रसाद, सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला”, सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा, शिवमंगल सिंह सुमन, रामधारी सिंह दिनकर, भवानी शंकर मिश्र जैसे साहित्य रत्न शामिल हैं तो सर्वश्री अज्ञेय, रामविलास शर्मा, नागार्जुन, नरेश मेहता, मुक्तिबोध जैसे नई कविता के धुरंधर भी. यह पहला अवसर होगा कि किसी साहित्यकार के प्रिय कवियों को स्वर देकर उन्हें इस तरह श्रद्धाजंलि दी जाये।  आलोक बाजपेयी के साथ देश भर के जाने -माने गिटारिस्ट  विवेक ऋषि के निर्देशन में योग्य संगीतकारों की टीम संगत करेगी। आयोजन सरस्वती शिशु मंदिर, बड़नगर में होगा। आयोजन में साहित्य अकादमी के निदेशक विकास दवे और स्थानीय संयोजक चेतनपुरी गोस्वामी भी उपस्थित रहेंगे।