देश में कोरोना वैक्सीन का सबसे बड़ा टीकाकरण महाअभियान की शुरुआत PM मोदी द्वारा की गयी है। जिसके बाद देश के सभी राज्यों में टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश की औधोगिक राजधानी इंदौर में कोरोना टीकाकरण किया जा रहा है। शुक्रवार को सुबह 9 बजे से शहर के 60 से ज्यादा निजी और सरकारी अस्पतालों में 85 कोविड टीकाकरण किया गया है। लेकिन सर्वर में आयी समस्या के कारण लोगो को वैक्सीन लगाने में काफी दिक़्क़ते आयी है। हालाँकि वैक्सीन सभी सेंट्रो पर समय से पहली ही पहुंच चुकी है। लेकिन इस सर्वर की परेशानी से केन्द्रो पर वैक्सीन के टीकाकरण पर ऑफलाइन स्वास्थ्यकर्मियों का नाम दर्ज कर उन्हें टीका लगाया गया।
इंदौर के जाने माने सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराजा यशवंत राव(MYH) टीकाकरण केंद्र पर सुबह 10 बजे से सभी स्वास्थकर्मि टीका लगवाने पहुंचे। सबसे पहले इस अस्पताल के मानसिक रोग विभाग के स्टॉफ नर्स को सबसे पहले टीका लगाया गया। आज की कोरोना की पहली वैक्सीन की शीशी को खोलने के पश्चात उस पर मार्क क्र निशान लगाया गया और खोलने का समय भी दर्ज किया गया ताकि अगले 4 घंटो के अंदर उस वैक्सीन के सभी डोज लगा दिए जाये।
बता दे कि इंदौर में अब तक 14348 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन का टीका लगा दिया गया है। जानकारी के अनुसार इंदौर के 28000 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जायेगा।इस टीकाकरण की जानकारी सभी स्वाथ्यकर्मियो को मेसेज दिए गए थे लेकिन उन्होंने कोई जवाबी नहीं दिया और बावजूद इसके कोई भी टीकाकरण कराने नहीं पहुंचे। इसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों कोन उनके स्थान पर अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जा रहा है।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक निशुल्क टीका लगाने का आखिरी दिन शनिवार है और जो भी स्वास्थ्यकर्मी टीका नहीं लगवा सके उन्हें 3 फ़रवरी को टिका लगाया जायेगा।