मचान बनाकर दीवारों की सफाई शुरू कर दी गई है. नींव से चार फीट की दीवारें काले पत्थर की है। उन पत्थरों पर वर्षों से लगा पेंट, सीमेंट निकालने का काम ठेकेदार एजेंसी ने शुरू कर दिया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना और तकनीकी कारणों से समय पर कायाकल्प नहीं हो पाया. बताया जा रहा है कि आने वाले नए साल तक जनता के लिए इसे खोल दिया जाएगा। राजवाड़ा के खुलने का इंतजार पर्यटकों को भी है.
राजवाड़ा के लिए तीन चरणों में प्लानिंग तैयार हुई है. जो दो मंजिलें डेढ़ साल पहले गिरी थी, उन्हें हूबहू बनाया जाएगा. स्टील के बीम और पिलर से मंजिलों को मजबूती दी जाएगी, लेकिन उसका ऊपरी आवरण लकड़ा का रहेगा और उसकी आकृति भी वैसी रहेगी, जैसी पुरानी मंजिलों की रही है.