इंदौर : स्वच्छ शहर की सूचि में सबसे पहले नंबर पर शुमार इंदौर शहर एक बार फिर नई उपलब्धि के लिए जाना जाएगा। जी हां, दरअसल, मध्यप्रदेश में जेल विभाग का पहला पेट्रोल पम्प आज इंदौर में शुरू हुआ, जिसका शुभारंभ जेल विभाग के नए डीजी अरविंद कुमार ने किया। बता दे कि इस मौके पर डीजी ने ना सिर्फ फीटा काटा बल्कि अपनी कार में खुद ही पेट्रोल भी भरा।
साथ ही पेट्रोल भरते समय पूछा- ऑटो कट है ना, टंकी फुल होने पर बाहर तो नहीं गिरेगा पेट्रोल। जानकारी के मुताबिक यह पेट्रोल पंप इंदौर सेंट्रल जेल परिसर में ही तैयार किया गया है। इसकी खासियत यह है कि इस पंप को जेल से रिहा हुए कैदी और खुली जेल में रह रहे कैदी संचालित करेंगे। इसके अलावा जेल विभाग के कर्मचारियों के बच्चों को भी यहां रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।
जेल डीजी अरविंद कुमार ने पेट्रोल पंप के शुभारंभ के बाद कहा कि जेलों में क्षमता से अधिक कैदी हैं, लेकिन कई सालों पहले हो जेल की स्थिति हुआ करती थी। अब वैसी स्थितियां नहीं हैं। अब जेलें काफी बेहतर स्थिति में हैं। सवा सौ करोड़ के देश में नई जेलों को बढ़ाने में थोड़ा टाइम लगता है। लगातार इसमें सुधार हो रहा है। उन्होंने कोरोना मैनेजमेंट में इंदौर की जेल को पूरे मार्क्स दिए।
सेंट्रल जेल के अधीक्षक राकेश भांगरे ने कहा कि यह पेट्रोल पंप इंडिया ऑयल के सहयोग से बनाया गया है। इस पेट्रोल पंप को शुरू करने का उद्देश्य थोड़ा हट कर है। जो समिति इस पेट्रोल पंप को संचालित कर रही है। इससे जो मुनाफा होगा, वह उसे कर्मचारियों की बीमारी में सहयोग देगी। जो कर्मचारी के बच्चे पढ़ाई में अच्छे हैं, लेकिन आगे की शिक्षा में रुपयों की दिक्कत आ रही है, उन्हें हेल्प करेगी। यह कर्मचारियों के कल्याण के लिए शुरू किया गया है। इसका जो भी प्राॅफिट आएगा, वह समिति ही खर्च करेगी।