अनलाक के बाद इंदौर शहर की कृषि उपज और फल-सब्जी मंडियों में फिर लापरवाही शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि व्यापारी और हम्माल न तो मास्क लगा रहे हैं, न ही शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं। साथ ही लोग भी इस चीज़ में काफी ज्यादा लापरवाही बरत रहे है। इसके अलावा चोइथराम फल व सब्जी मंडी थोक की है, लेकिन यहां अवैध तरीके से खेरची दुकानें भी लग रही हैं।
यहां भीड़ पर नियंत्रण के लिए प्रशासन और मंडी समिति ने व्यापारियों, उनके कर्मचारियों और हम्मालों के लिए अनुमति-पत्र जारी करने का नियम बनाया था लेकिन यहां पर व्यवस्था भी लागू नहीं हो पा रही है। ना तो यहां गेट पर कोई निगरानी रखता है और ना ही यहां टीकाकरण अनिवार्य किया जा रहा है। इसके बाद अनुमति-पत्र से ही प्रवेश देने का नियम बनाया गया है।
जानकारी के मुताबिक, अनुमति-पत्र तो बन गए, लेकिन पूरा टीकाकरण नहीं होने से ये व्यापारियों व हम्मालों के पास ही रखे हैं। दरअसल, प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा में आलू, प्याज, सब्जी और फल व्यापारियों के संगठनों ने नियमों के पालन में सहयोग का वादा किया था। लेकिन अब वह कोई भी वादा नहीं निभा रहे है साथ ही ये सभी लोग बस अपने कारोबार में लगे हुए है।
जानकारी मिली है कि यहां कुछ संगठन पदाधिकारी खुद ही खेरची दुकानदारों को बैठने की जगह देकर उनसे किराया ले रहे हैं। इसको लेकर प्रभारी मंडी सचिव रमेशचंद्र परमार का कहना है कि लक्ष्मीबाई नगर और छावनी मंडी में नियमों का पालन कराया जा रहा है। चोइथराम मंडी में ज्यादा ध्यान देकर कार्रवाई की जाएगी।
बता दे, कोरोना की दूसरी लहर के बाद मिली छूट में अब शहर में फिर लापरवाही नजर आने लगी है। बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। दरअसल, प्रशासन ने सख्ती छोड़ दी है तो लोग भी स्वेच्छा से कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में राजवाड़ा, जेल रोड, महारानी रोड जैसे क्षेत्रों में शारीरिक दूरी का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। तिलक नगर मेन रोड, कनाड़िया रोड, आनंद बाजार, खजराना रोड, क्षेत्र की सब्जी मंडियों आदि में प्रोटोकाल का पालन नहीं हो रहा है। वहीं जेल रोड पर बेतरतीब पार्किंग के साथ मास्क और शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं।