Indore News : प्रवासी भारतीय सम्मेलन को देखते हुए सुरक्षा की नई योजना, अपराधियों पर नजर रखेगा सिटीजन आई

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इंदौर। पुलिस व्यवस्था को और बेहतर बनाने एवं आम नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए। तथा आगामी अंतर्राष्ट्रीय एनआरआई समिट और इन्वेस्टर्स मीट को दृष्टिगत रखते हुए, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर हरिनारायणचारी मिश्र के निर्देशन में इंदौर पुलिस द्वारा सिटीजन कॉप फाउंडेशन के सहयोग से सिटीजन आई नाम से एक नई सुरक्षा तकनीकी सुविधा की शुरूआत की गई है। जिसके तहत शहर में व्यक्तिगत रूप से विभिन्न जगहों पर लगाये गए कैमरों की जानकारी पुलिस कर्मियों के पास रहेगी। इस फीचर की मदद से हम शहर के 1 लाख कैमरे को इस योजना से जोड़ सकेंगे तो एक औसत लागत के हिसाब से करोड़ों रूपए (लगभग 80 -100 करोड़) के कैमरों की मदद पुलिस प्रशासन को मिल सकेगी। इसमें किसी के पर्सनल फीड नहीं लिए जाएंगे और किसी की निजता को भी भंग नहीं किया जाएगा। इस योजना का मकसद सिर्फ शहर व नागरिक की सुरक्षा है।

इस नई तकनीक की शुरुआत करते हुए पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर हरिनारायणचारी मिश्र जी ने कहा कि शहर को सुरक्षित रखने एवं अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु इस फीचर की मदद से हम तुरंत कैमरे में कैद हुई घटनाओं को देखकर प्रभावी कार्यवाही कर सकेंगे।

उन्होंने बताया कि यह फीचर सिटीजन कॉप के अंतर्गत ऐड किया गया है जिसका नाम सिटीजन आई है, जिसमे लोगों से अपील की जा रहीं है, कि वह अपने खुद के लगाए हुए कैमरा जो रोड साइड पर और शहर में अलग-अलग स्थानों पर लगे हुए हैं उसकी जानकारी उसमें दे दे ।जनभागीदारी से किया गया यह प्रयास अनूठा है और हम अपेक्षा रखते हैं अगर इस तरह से लोगों को जोड़कर एक लाख कैमरे का डाटा इसमें रख पाए तो पुलिस और शहर की सुरक्षा के लिए तो शायद यह एक अनूठा प्रयास होगा जिसमें करोड़ों रूपए के राजस्व की बचत भी हम कर सकेंगे और साथ-साथ में मेंटेनेंस भी नागरिक, जनभागीदारी से करते रहेंगे। इस सुविधा से किसी समय पर पर कोई घटना होने पर पुलिस यह देख सकेगी कि उस स्थान पर आसपास कितने प्राइवेट कैमरे लगे हुए हैं चाहे वह लोगों के व्यवसायिक स्थानों पर हो, या लोगों के निवास पर हो, या कोई चौराहे पर हो, पुलिस इन कैमरों की मदद से उस घटना के संदिग्ध के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही कर पाएगी।

यह तकनीक मोबाइल ऐप सिटीजन कॉप में सिटीजन आई  एप्लीकेशन नामक एक नई सुविधा शुरू की है।
इस सुविधा की मदद से जगह-जगह लगे कैमरों की मदद से पुलिस कर्मी उसका उपयोग कर सकें और अपराध को नियंत्रण करने में इसकी मदद ले सकें और शासन या पुलिस विभाग का पैसा ना लगाते हुए जनभागीदारी से शहर की सुरक्षा में बहुत अच्छे परिणाम हासिल किए जा सकें, यही इस योजना का उद्देश्य है। सिटीजन कॉप एडमिन पैनल के साथ इंदौर पुलिस के लिए कैमरों की जानकारी हासिल करना आसान हो जायेगा।

इस नई तकनीकी सुविधा के लिए

आम नागरिक को केवल इतना करना है कि, अपने घर/ संस्थान या दुकान पर कैमरा लगाने वाले व्यक्ति को सिर्फ उसका मोबाइल नंबर, कैमरा जहां लगा है उस जगह की लोकेशन ,और कितने कैमरे लगाए गए हैं उसकी जानकारी वहां पर दर्ज करनी होगी।

पुलिस केवल किसी घटना आदि के समय जरूरत पड़ने पर ही वो जानकारी लेगी, इसमें किसी के पर्सनल फीड नहीं लिए जाएंगे और किसी की निजता को भी भंग नहीं किया जाएगा।

सिटीजनकॉप के संस्थापक राकेश जैन ने कहा कि इसे एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है इस सुविधा की मदद से पुलिस कर्मियों को घटना की तुरंत व सही जानकारी सही समय पर मिल सकेगी।

इस अवसर पर पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर हरिनारायणचारी मिश्र की विशेष उपस्थिति में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) राजेश हिंगणकर, पुलिस उपायुक्त इंदौर रजत सकलेचा, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (सुरक्षा) इंदौर प्रमोद सोनकर, सहायक पुलिस आयुक्त सुभाष सिंह एवं सिटीजन कॉप ऐप के संस्थापक राकेश जैन विशेष रूप से मौजूद रहे।

इस नई तकनीक के क्रियान्वयन हेतु इसे बनाने में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध/मुख्यालय) इंदौर राजेश हिंगणकर एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (का./व्य.) इंदौर मनीष कपूरिया के मार्गदर्शन में पुलिस उपायुक्त इंदौर रजत सकलेचा एवं सिटीजन कॉप ऐप के संस्थापक राकेश जैन का विशेष योगदान रहा।