Indore News: इंदौर में बढ़ती गुंडागर्दी और नशाखोरी से परेशान मकान मालिकों ने अपने मकान के बाहर ‘हमारा घर बिकाऊ है’ के पोस्टर तक लगवा दिए थे। लगभग 25 परिवारों के लोग पलायन को विवश हो गए थे। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे और मकान मालिकों को समझाया एवं आश्वासन दिया। अधिकारियों ने लोकल लोगों को पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने सहित दूसरी परेशानियों का हल करने का दिलासा भी दिया, तब जाकर ये लोग राजी हुए।
इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के ट्रेजर टाउन कॉलोनी के EWS टावर में रहने वाले 25 घरों ने पलायन की घोषणा कर दी थी और उनमें से 11 घरों के निवासियों ने अपने आवास के बाहर पोस्टर लगा दिए थे। इन पोस्टर्स पर लिखा था- मेरा घर बिकाऊ है, क्योंकि हमें पलायन के लिए विवश किया जा रहा है। मकान मालिकों का कहना था कि बेकार कानून व्यवस्था, बिल्डर की उदासीनता और तानाशाही, मॉब लिंचिंग की ब्लैकमेलिंग करना, कहीं कोई कार्रवाई न होना, पुलिस की पेट्रोलिंग न होना,चारों ओर गंदगी और जुर्म का होना,अवैध किरायेदारों का अराजकता फैलाना, नशाखोरी, आवारागर्दी, गाली-गलौज और अश्लीलता चरम सीमा पर है। ऐसे में पलायन करने के अतिरिक्त कोई दूसरा चारा यहां मौजूद नहीं था।
वहीं जांच पड़ताल पर यहां के स्थानीय रहवासियों ने बताया कि मारपीट, खुलेआम गुंडागर्दी, धार्मिक उन्माद फैलाना, दंगे-फसाद हेतु उकसाना और लड़ाई झगड़ों की बातें करना और कोई अच्छे काम न होने देने से वे आखिर कार तंग आ चुके थे। इसके कारण उन्हें पलायन करने के लिए बेबस होना पड़ा। स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा ने बताया घर से बाहर निकलने पर भय लगता है. स्कूल जाते समय आवारा लड़के सीटी बजाते हैं, गाना गाते हैं। उन्होंने बताया कि आते-जाते उनके साथ छेड़खानी जैसी वारदातों को अंजाम दिया जाता है। अब तो उन्हें स्कूल जाने में भी खौफ लगने लगा है।
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इसी के साथ डरी-सहमी महिलाओं ने बताया कि बदमाश सरेआम गांजा और चरस बेचते हैं। घर से निकलने में भय लगता है। उन्होंने कहा कि न हम सुरक्षित हैं ना हमारी बच्चियां सुरक्षित हैं। उनकी फरियाद है कि उनके इस दुःख को सुनने वाला कोई नहीं है। पुलिस यदि कार्रवाई करती तो शायद ये हालात नहीं बनते। महिलाओं ने बताया कि ये आवारा तत्व रात को लाइट बंद कर देते हैं और कैमरे तोड़ देते हैं। महिलाओं को देखकर गंदे इशारे करते हैं। पुलिस से कई बार फ़रियाद की गई,लेकिन सुनवाई नहीं हुई। दहशत और खौफ में रोज जीने से अच्छा है कि अपना घर छोड़कर कहीं और जाकर किराए पर रह लें।
इसी के साथ घर के बाहर पलायन के पोस्टर की सूचना जब सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो आनन-फानन में पुलिस ऑफिसर्स रात को ही मौके पर पहुंच गए। उन्होने लोगों की परेशानीओं को समझा और तत्काल हल निकालने का भरोसा जताया। तब जाकर ये रहवासी माने। डीसीपी आदित्य मिश्रा ने बताया कि यहां की मुख्य परेशानी यह है कि बिल्डर ने लोगों से जो प्रॉमिस किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया गया। लाइट, सीसीटीवी कैमरे और गार्ड की उचित व्यवस्था नहीं की गई है। लोगों का कहना है यहां कुछ बाहरी लोगों ने कमरा किराए पर लिया है और वे ही उत्पात मचाते हैं।
वहीं स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद यहां पर पुलिस के 4 जवान खड़े किए गए हैं। रोजाना चार बार यहां पर पुलिस पेट्रोलिंग होगी साथ ही निजी गार्ड तैनात किए जाएंगे। ये सिक्योरिटी गार्ड हर आने-जाने वालों पर अपनी आंखे जमाए रखेंगे। इसके साथ ही आपराधिक रिकॉर्ड वालों पर भी पैनी नजर रखी जाएगी।