बुजुर्गों के साथ हुए बर्ताव के बाद सांसद शंकर लालवानी एक्शन मोड में है। संसद के सत्र के लिए सांसद लालवानी दिल्ली में थे और वहां से लौटते ही सांसद ने सीधे निगम कमिश्नर से घटना की जानकारी ली। साथ ही इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह से भी सांसद लालवानी ने बात की और बुजुर्गों का ध्यान रखने के निर्देश दिए।
सांसद लालवानी ने कहा कि मा.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी समाज के हर तबके के विषय में सोचते हैं और भिक्षुकों की देखभाल के लिए ये योजना बनी है। सांसद ने कहा कि इंदौर शहर को केंद्र की भिक्षुक पुनर्वसन योजना में शामिल करवाया है और 6 जनवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर आए थे तो भिक्षुकों के पुनर्वसन एवं देखभाल के लिए इस योजना के तहत उन्हें प्रेजेंटेशन भी दिया गया था।
सांसद लालवानी ने कहा कि इंदौर के लिए 8.5 करोड़ रु की राशि शहर को भिक्षुक पुनर्वसन बनाने के लिए स्वीकृत की गई है जिसमें से डेढ़ करोड रुपए की राशि निगम को मिल भी चुकी है और उन्होंने अधिकारियों को इस विषय में संवेदनशीलता के साथ इस योजना को लागू करने के निर्देश दिए हैं ताकि ठंड व अन्य प्रतिकूल मौसम का सामना कर रहे भिक्षुकों की देखभाल की व्यवस्था की जा सकें।
वही कांग्रेस के द्वारा इस मुद्दे पर बयानबाजी करने को लेकर भी सांसद ने अपनी बात सामने रखी। सांसद लालवानी ने कहा की बुजुर्ग समाज के लिए वटवृक्ष की तरह है और उनके साथ जो व्यवहार हुआ वह निंदनीय है और इस पर तुरंत कार्रवाई भी की गई है लेकिन कांग्रेस जिस तरह से इस पर बयानबाजी कर रही है जिस तरह से राजनीति की कोशिश हो रही है वह भी स्वीकार नहीं है।
सांसद लालवानी ने कहा कि केंद्र सरकार पिछले साल ही डेढ़ करोड़ की राशि जारी कर चुकी थी लेकिन कांग्रेस की प्रदेश सरकार रहते इस राशि के इस्तेमाल के लिए प्रस्ताव नहीं भेजा गया। मैं इस पर राजनीति नहीं करना चाहता लेकिन कांग्रेस को भी इस विषय पर राजनीति करने के बजाए संवेदनशीलता के साथ काम करना चाहिए।