इंदौर(Indore News): इंदौर जिले में शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं(government health institutions) में आने वाले मरीजों / हितग्राहियों का गुणवत्तापूर्ण मानक स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने के लिये विशेष प्रयास किये जा रहे है। इस कार्य को और अधिक गति देने तथा प्रभावी बनाने के लिये आज यहां कलेक्टर मनीष सिंह ने स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में उन्होंने निर्देश दिये कि भारत सरकार के कायाकल्प एवं नेशनल क्वालिटी एश्योरेन्स स्टैण्डर्ड (एन.क्यू.ए.एस.) कार्यक्रम के तहत सभी निर्धारित लक्ष्यों और मापदण्डों को हर हाल में पूरा किया जाये, जिससे की मरीजों को अधिकतम गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
बैठक में अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर, राजेश राठौर, नगर निगम के अपर आयुक्त संदीप सोनी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संयुक्त संचालक आर.के. गुप्ता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बी.एस. सैत्या, एटामिक एनर्जी रेग्युलेटरी बोर्ड की ओर से केट के डॉ. हरिदास, डीपीएम महेश साहू सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय सेवायें प्रदाय किये जाने हेतु प्रतिबद्ध है।
इस हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्वालिटी एश्योरेन्स कार्यक्रम (एन.क्यू.ए.एस.) के तहत स्वास्थ्य संस्थाओं में निर्धारित मापदण्ड और प्रोटोकॉल के अनुसार कार्य किये जा रहे है। कायाकल्प एवं नेशनल एन.क्यू.ए.एस. कार्यक्रम के तहत निर्धारित मापदण्ड अनुरूप स्वास्थ्य संस्थाओं को विकसित किये जाने हेतु कार्य हो रहे है। कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिये है कि सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में निर्धारित मापदण्ड की पूर्ति की जाये। सुविधाओं को निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार विकसित किया जाये। जितनी जरूरी अनुमतियां/लायसेंस/एनओसी/ अनिवार्य रूप से प्राप्त कर ली जाये।
एटामिक एनर्जी बोर्ड की अनुमति के लिये डॉ. हरिदास को अधिकृत किया गया है। इसके साथ ही इंदौर शहरी क्षेत्र में फायर अनुमति के लिये अपर आयुक्त नगर निगम संदीप सोनी, नगर परिषदों में स्थित स्वास्थ्य संस्थाओं की फायर अनुमति के लिये परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण प्रवीण उपाध्याय और ग्रामीण क्षेत्र की फायर एनओसी के संबंध में अपर कलेक्टर पवन जैन को जवाबदारी दी गई है। कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिये कि सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में चिकित्सकीय गुणवत्ता के साथ साफ-सफाई और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाये।
बैठक में बताया गया कि सभी संस्थाओं का विभिन्न स्तर पर निर्धारित मापदण्डों की पूर्ति के लिये मूल्यांकन कराया जा रहा है। कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिये कि सभी संस्थाओं में न्यूनतम 70 प्रतिशत स्कोर हासिल किये जाये।
कायाकल्प एवं नेशनल क्वालिटी एश्योरेन्स स्टैण्डर्ड (एन.क्यू.ए.एस.) के तहत स्वास्थ्य संस्थाओं द्वारा दी जा रही चिकित्सकीय सेवाओं, सहायक सेवाओं, वैधानिक अनिवार्यताओं, अपशिष्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण आदि बिन्दुओं केा मापदण्ड अनुरूप कार्य चल रहे है। इससे संस्था में आने वाले मरीजों / हितग्राहियों का गुणवत्ता मानक स्वास्थ्य सेवायें मिल सकेगी। जिले में जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को कायाकल्प एवं एन.क्यू.ए.एस. मापदण्ड अनुरूप विकसित किया जा रहा है।