इंदौर: इंदौर में बुजुर्गो, भिक्षुक, निराश्रय लोगों की मदद की मुहीम NGO की सहायता से की जा रही है, ताकि इंदौर को स्मार्ट सिटी के साथ बैगर फ्री सिटी बनाया जा सके। इसी मुहीम के चलते ग्वालियर में कुछ दिनों पहले एक पूर्व पुलिस अफसर फुटपाथ पर भीख मांगते हुए मिला था, जिसके बाद अब इंदौर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। इंदौर में एक ऐसा भिक्षुक मिला है जो शोहरत से संपन्न है और करोड़ो की संपत्ति का मालिक भी है, लेकिन नशे की लत ने आज उसे इस कदर घेर लिया की अब वो मंदिर के बहार भीख मांगता है।
शहर में इस करोड़पति भिखारी का पता जैसे ही NGO के सदस्यों को चला उसके बाद तत्काल शहर में चल रहे भिखारी मुक्त अभियान के अंतर्गत उसका पता ठिकाना और परिवार ढूंढ़ निकाला। दरअसल इंदौर में शहर को बैगर फ्री सिटी बनाने की मुहिम चलाई जा रही है और इसी के तहत एक शिविर लगाया गया, उसमे सभी भिक्षुको को रेस्क्यू कर पुनर्वास केंद्र शिफ्ट किया गया था और उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएं व् व्यवस्थाएं उपलब्ध करा कर तय किया गया कि ऐसे लोगों की तलाश की जाये जिनके परिवार हैं, और इस दौरान NGO सदस्यों को ऐसे ही एक भिखारी के बताए पते पर पहुंचकर उसका घर परिवार देखकर बड़ा आश्चर्य हुआ। जिसके बाद उस भिखारी की पूरी कहानी सामने आई।
आलिशान बंगला देखा चौक गए NGO सदस्य-
NGO के सदस्य जब भिखारी के द्वारा बताये पते पर पहुंचे तो खुद ही आश्चर्यचकित हो गए क्योंकि किला मैदान इलाके में कालका माता मंदिर के पास से रमेश नामक बुजुर्ग भिक्षुक को रेस्क्यू किया था, इसके बाद आज पता चला कि ये तो खुद ही करोड़पति है, उनके पास खुद का बंगला और प्लॉट है।जिसके बाद उनके परिवार से सम्पर्क किया गया और उन्होंने एनजीओ के सदस्यों को यह वचन पत्र जरूर सौंप दिया है कि यदि रमेश शराब छोड़ देंगे तो वो अपने साथ रख लेंगे। इसके साथ ही रमेश की शिविर में कॉउंसलिंग भी की जा रही है।