इंदौर (Indore News) : पुलिस, उप महानिरीक्षक इन्दौर (शहर) श्री मनीष कपूरिया द्वारा जिले में वन्य जीवों एवं प्राणियों की तस्करी को रोकने हेतु प्रभावी कार्यवाही करने के लिये इन्दौर पुलिस को निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) श्री अरविंद तिवारी व पुलिस अधीक्षक (पश्निम) श्री महेशचंद जैन के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (महू) श्री पुनीत गेहलोत व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध शाखा) श्री गुरूप्रसाद पाराशर द्वारा दिए गए दिशा निर्देशानुसार उप पुलिस अधीक्षक(मुख्यालय) श्री अजय वाजपायी व उप पुलिस अधीक्षक(अपराध) श्री अनिल सिंह चौहान व्दारा क्राईम ब्रांच की टीम व थाना खुडैल को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित निर्देश दिये गये थे।उक्त निर्देशो के तारतम्य मे क्राइम ब्रांच एवं पुलिस टीम को मुखबिर तंत्र के माध्यम से खुडैल क्षेत्र में वन्य जीव प्राणी की तस्करी के संबंध में सूचना मिली थी कि कुछ लोग तेंदुआ की खाल व नाखुनो को बेचने की फिराक मे है।
उपरोक्त प्राप्त सूचना पर क्राईम ब्रांच व थाना खुडैल के द्वारा संयुक्त कार्यवाही कर पांच व्यक्तियों को घेराबन्दी कर पकडा व नाम पुछते 1.चंपालाल कन्नौजे पिता भूराजी कन्नोजे उम्र 48 साल नि. पठारीपाला तह. बागली जिला देवास 2. शाहरूख पिता रहीस खान उम्र 24 साल नि. 539 आजाद नगर इंदौर 3. अहमदरजा उर्फ सोनू पिता मो. नासिर उम्र 21 साल नि. काजी पलासिया खुडैल इंदौर 4.यासीनअली पिता निसार अली उम्र 56साल नि. ग्राम निवाली जिला बडवानी 5. सलीम पिता स्व. कुदरत खॉन उम्र 50 साल नि. 539 आजाद नगर इंदौर का बताया।आरोपियों की तलाशी लेते पांचो आरोपियो से तेंदुआ की खाल, 08 नाखून के संबंध मे सख्ती से पूछताछ की गई जिसमे आरोपी शिकारी चंपालाल कन्नौजे के द्वारा बताया की स्वंय के गांव पठारीपाला मे स्वंय की भरमार बंदुक से तेंदुए का शिकार किया व खाल व नाखून निकालकर अपने अन्य चार साथी तस्करो को लाखो रूपये मे बेचने के लिये दिये एवं आरोपी शिकारी चंपालाल जिला देवास मे हिरन के शिकार मे पहले भी अपने अन्य साथीयों के साथ जेल जा चुका है।
पांचो आरोपीयों से तेंदुआ की खाल, 08 नाखून, भरमार बन्दुक, एक दो पहिया वाहन जप्त कर थाना खुडैल मे वन्य जीव(संरक्षण) अधिनियम 1972 धाराओ मे अपराध पंजीबद्ध किया गया। किन-किन जगहों पर आरोपियों ने पूर्व में वन्य प्राणी की तस्करी की है । इस संबंध में गिरफ्तार आरोपीयो का रिमांड लेकर पूछताछ की जायेगी जिसमें और तस्करो की गिरफ्तारी संभव है ।