Indore News : गांधी भवन में नही की बैठक, तो सुधर गए कोंग्रेस के रिश्ते

Share on:

Indore News : कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी संजय शुक्ला (Sanjay Shukla) के चुनाव को लेकर जब गांधी भवन में पहली बार बैठक हुई तो उसमें नेता आपस में लड़ लिए। यह देखकर शुक्ला ने तय कर लिया कि अब कोई बैठक गांधी भवन में नहीं होगी। उसके बाद की बैठके होटल या फिर दूसरी जगह हुई। गांधी भवन में हुई बैठक मे झगड़ा हुआ तो संजय शुक्ला को समझ में आ गया कि यहां पर बैठक होगी, तो आए दिन विवाद होंगे, और इसकी खबरें मीडिया में आती रहेगी। इसीलिए उन्होंने मरीमाता चौराहे पर ही चुनावी दफ्तर सजाया। कभी क्रॉउन पैलेस होटल तो कभी विनय बाकलीवाल के ऑफिस मैं बैठक होती रही। उसके बाद तो शुक्ला ने सामूहिक बैठकर करना ही बंद कर दी। जब जिस इलाके के नेता की जरूरत होती। तब उस नेता को बुलाकर बात हो जाती थी। इस कारण दूसरी बार कांग्रेस नेताओं के झगड़े की खबरें सुनने को नहीं मिली।

sanjay shuklaशुक्ला ने वार्ड प्रत्याशियों से भी सीधे बात करी। हर विधानसभा के बड़े नेताओं को अलग-अलग समय देकर बुलाया, ताकि कोई टकराव ना हो। एक दूसरे की बात तक किसी को पता नहीं चल पाई। यही कारण था कि कांग्रेस के बारे में चुनाव के समय यह प्रचार हुआ कि पूरी पार्टी एकजुटता के साथ लगी है।शुक्ला कई लोगों को सुबह सात बजे अपने घर बुला लिया करते थे। जनसंपर्क पर निकलने के पहले बात हो जाती थी। शुक्ला की कोर टीम के साथ सुबह नाश्ते के साथ बात होती थी। उसके बाद जब वह जनसंपर्क कर निकलते, तो जिनसे व्यक्तिगत बात करना होती थी। उनको कार में बिठा लेते थे। दोपहर में भोजन के समय भी जनसंपर्क वाले इलाके में ही शुक्ला कई बार नेताओं को बुला लेते। उसके कारण भी कोई समस्या नहीं हुई।

शुक्ला का कहना हैं ज्यादा समय नहीं था इसलिए सबसे अलग से बात की गांधी भवन में जगह कम पड़ती है, इसलिए वहां पर चुनावी दफ्तर नहीं बनाया। एक बार की बैठक होने के बाद समय की इतनी कमी थी, की मुझे सभी नेताओं से अलग-अलग बात करना पड़ी। कांग्रेस जीस एकता के साथ यह चुनाव लड़ी है। वैसा पहले कभी नहीं हुआ। सभी नेता मेरे से संतुष्ट थे, और सभी कार्यकर्ताओं की बात भी मैंने सुनी।