इंदौर: इंदौर जिले में कोविड वैक्सीनेशन अभियान लगातार जारी है। जिले में अब तक लगभग 11 लाख से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन का टीका लगाया जा चुका है। वैक्सीनेशन लगवाने हेतु लोगों को विभिन्न प्रकार से जागरूक भी किया जा रहा है। इसी दिशा में कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा एक नवीन पहल के तहत बुधवार को रेसीडेंसी कोठी में जिले में कोविड वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से समस्त कियोस्क संचालकों की विशेष बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर सिंह ने सभी कियोस्क संचालकों को निर्देश दिए कि कियोस्क सेंटर में आने वाले नागरिकों को वैक्सीनेशन करवाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। लोगों द्वारा वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र दिखाने के उपरांत ही कियोस्क संचालक उन्हें सेंटर पर उपलब्ध कराई जा रहीं सुविधाएं प्रदान करें। इसी तरह कियोस्क सेंटर में कार्यरत कर्मचारियों का भी शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जाए।
वैक्सीनेशन है कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय-
कलेक्टर सिंह ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में यह पाया गया है कि जिन लोगों को वैक्सीन के दोनों टीके लग चुके हैं उनमें से बहुत से लोग होम आइसोलेशन में रहकर ही स्वस्थ हो गए। इसलिए कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए जिला प्रशासन द्वारा जनप्रतिनिधियों, क्राइसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्य एवं सभी सामाजिक संगठनों के माध्यम से वैक्सीनेशन के प्रति नागरिकों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
बैठक में उपस्थित सदस्यों के सुझाव पर उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीनेशन हो सके इसके लिए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर सेवा भारती भी बस्तियों में वैक्सीनेशन कैंप लगाएंगे। उक्त वैक्सीनेशन शिविर में ग्रामीण बस्तियों में निवास कर रहे 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग जिनमें कामकाजी महिलाएं, ठेला संचालक आदि लोग शामिल है, उनका वैक्सीनेशन विशेष रुप से कराया जाएगा।उन्होंने बताया कि ग्रामीण जनों की सुविधा हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में ड्राइव इन वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी।