इंदौर: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन के लगातार बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे है। संक्रमितों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही हैं वहीं लोग भी समझने को तैयार नहीं हो रहे हैं। लॉकडाउन जैसी हालत में भी लोग सेर पर निकल पड़ रहे हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का कहना है कि कोरोना से बचने के लिए 30अप्रैल तक जनता कर्फ्यू किया जाए। इससे ही कोरोना की चैन टूटेगी। लेकिन अगर ऐसा हुआ तो कोरोना की चैन बाद में पहले रोजीरोटी और आर्थिक चेन जरूर टूट जाएगी।
कोरोना की बात करें तो इंदौर भोपाल,जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन सहित म.प्र.में कई गुना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। वहीं वैक्सीनेशन का काम भी होता जा रहा है लेकिन उसके बावजूद भी संक्रमितों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इंदौर में 18 अप्रैल को 1,698 नए पॉजिटिव सामने आए है। इससे पहले सबसे अधिक 14अप्रैल 2021 को 1,693 पॉजिटिव निकले थे। वहीं 876 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किये गए है।
अभी भी इंदौर में 11,804 मौजूदा पॉजिटिव है। वहीं जबलपुर में 18 अप्रैल को लगातार तीसरे दिन 7 की मौत हुई है। इंदौर में 18 दिनों में 92 की मौतें हुई है। इंदौर में अप्रैल के 18 दिनों में 20,586 पॉजिटिव और 92 मौतें हुई है। साथ ही 9,248 टेस्ट,7,539 नेगेटिव,1,698 पॉजिटिव मिले है। इनमे से कुल 10,54,962 टेस्ट अब तक हो चुके है जिनमे से 91,015 मरीजों में से 78,157 ठीक हो गए है। अब तक 1,054की मृत्यु हो चुकी है। वहीं आज 5,789 सैंपल और 3,473 रैपिड एंटीजन सैंपल लिए गए है।
इसके अलावा भोपाल में 5,15,802, जबलपुर 3,77,691, ग्वालियर 2,77,302, उज्जैन 2,87,597, छिंदवाड़ा 1,70,003, धार 1,67,761 को टीकाकरण किया जा चूका है। वहीं म.प्र.में अब तक 73,78,212 को टीके लग चुके हैं। वहीं इंदौर में 18 अप्रैल को 1,564 टीकाकरण लगे है। जिनमे से 45 से 60 तक के 270 प्रथम डोज और 283 दूसरा डोज दिया गया है। इंदौर में अब तक 6,62,664 को टीके लगे है।