इंदौर: शहर के कई ऐसे कॉलेज है जिनके पास बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआइ) की मान्यता नहीं बावजूद इसके ये कॉलेज चलए जा रहे है, जिसके कारण इन कॉलेजों में पढ़ रहे छात्रों के भविष्य अन्धकार में जा सकता है। वैसे तो बिना मान्यता के किसी भी शिक्षण संसथान का चलना गैरकानूनी होता है, लेकिन फिर भी कोई विश्व विद्यालय ऐसा करता है तो उस पर उचित कार्यवाही की जाती है। हालही में इंदौर से एक इसी तरह का मामला सामने आया है जिसमे धार स्थित सागर इंटरनेशनल कॉलेज (एसआइसी) के पास बार काउंसिल ऑफ़ इंडिया की मान्यता नहीं थी, बिना इस मान्यता के यह कॉलेज जारी था। जिस कारण छात्रों के भविष्य के अन्धकार में नजर आने लगा है।
बता दे कि धार स्थित सागर इंटरनेशनल कॉलेज के 43 विद्यार्थियों थे जिनका भविष्य खतरे में था तो उन्हें अन्य कॉलेजों में ट्रांसफर किये जाने की तैयारी शुरू की गयी है, इस विषय को लेकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) ने सोमवार दोपहर तीन बजे बैठक रखी है और इस बैठक में इस कॉलेज के प्राचार्यों को भी बुलाया है।
डीएवीवी ने इस मामले के तहत प्रबंधन को खाली सीटों की जानकारी देना है ताकि इन विद्यार्थियों को अलग-अलग कॉलेज में शिफ्ट किया जा सकें।इस कॉलेज के पास बीसीआई की मान्यता न होने की खबर विद्यार्थियों ने दी थी जिसके बाद और इस कॉलेज के फर्जी विवि पत्र को लेकर कोई स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। इसके बाद कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर उच्च शिक्षा विभाग ने यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों का एडमिशन अन्य कॉलेजों में ट्रांसफर करने के निर्देश दिए है।
मान्यता न होने के बवजूद इस कॉलेज को चलाने के लिए, उच्च शिक्षा विभाग ने, कॉलेज को सभी प्रक्रिया करने के लिए 48 घंटों की मोहलत दी है जो आज ख़त्म हो गयी है। कॉलेज का कहना है कि यह 77 विद्यार्थियों ने यहां प्रवेश लिया है, जबकि विश्वविद्यालय के अनुसार बीएएलएलबी ऑनर्स के परीक्षा फॉर्म के आधार पर 43 विद्यार्थियों को ट्रांसफर करना बताया है। इसके बाद विद्यार्थियों के ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू की गयी है।साथ ही विद्यार्थियों को ट्रांसफर के लिए लिखित आवेदन देना है और अपने पसंदीदा कॉलेज के बारे में भी जानकारी देना है।