इंदौर: वर्तमान में कोरोना के साथ-साथ कुछ मरीज़ों में ब्लैक फंगस बीमारी की शिकायत प्राप्त हो रही है। इसके लिए इलाज का प्रोटोकाल तैयार किया जाए कि कैसे इसका इलाज और बीमारी का निदान किया जाए। इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने आज रात रेसीडेंसी कोठी में इस संबंध में आयोजित डॉक्टरों की बैठक में कही।
बैठक में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टरों सहित शहर के सभी प्रमुख निजी हास्पिटल लोगों के संचालक डॉक्टरगण उपस्थित थे। बैठक में सांसद शंकर लालवानी, राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे और कलेक्टर मनीष सिंह भी मौजूद थे।
मंत्री सिलावट ने बैठक में कहा कि कोरोना के इस कठिन समय में ब्लैक फंगस की शिकायत ने हमारी चिंता बढ़ायी है। लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार इसकी उचित चिकित्सा के लिए पूरी चिंता के साथ कार्य कर रही है। मंत्री सिलावट ने कहा कि अस्पतालों में इसके लिए पृथक से यूनिट गठित करने की आवश्यकता है। शासकीय अस्पतालों में ब्लैक फंगस बीमारी का नि:शुल्क इलाज किया जाना होगा।
सांसद शंकर लालवानी ने बैठक में कहा कि बीमारी के प्राथमिक लक्षण पाए जाने पर तत्काल सूचना प्राप्त करने की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि इसका इलाज संभव हो सके। डॉ. निशांत खरे ने इसके प्रारंभिक लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि आम जनता को भी इसकी जानकारी हो तो इसकी पहचान करने में आसानी होगी। कलेक्टर मनीष सिंह ने बैठक के प्रारंभ में ब्लैक फंगस के संबंध में आवश्यक जानकारी दी। बैठक में उपस्थित अरविंदो अस्पताल के संचालक डॉ. विनोद भंडारी ने कहा कि मंत्री सिलावट से चर्चा के उपरांत उनके हास्पिटल में इस बीमारी के उपचार के लिए 10 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं।