इंदौर: एक तरफ इंदौर स्वछता के मामले में नंबर वन है, जिस कारण आये दिन इंदौर नगर निगम की तारीफे की जाती है। लेकिन इसी बीच इंदौर नगर निगम के कुछ कर्मचारियों द्वारा एक शर्मशार कर देने वाली घटना ने सबको नारज कर दिया। दरअसल 2 दिन पहले नगर निगम कर्मचारियों दवारा शहर के बुजुर्ग और बेसहारा लोगो को जानवरो की तरह गाड़ी में भरकर उन्हें शहर के बहार क्षिप्रा पर छोड़ आने का मामला सामने आया था, इसी घटना के बारे में क्षिप्रा निवासियों द्वारा ही बताया गया है। इंदौर नगर की इस शर्मशार कर देने वाली घटना का वीडियो सोशल मिडिया पर काफी वाइरल भी हुआ जिसके बाद से प्रदेश और देश स्तर पर मचे कोहराम के बाद निगम प्रशासन ही नहीं जिला प्रशासन भी प्रायश्चित की राह पर निकल चुके है। बुजुर्गो के साथ इस तरह का बर्ताव वास्तव में बहुत गलत था जिसके बाद इंदौर के कलेक्टर ने नगर निगम की इस गलती के लिए गणेश जी से माफ़ी मांगी है।
इंदौर नगर निगम द्वारा बुजुर्गो का जो अपमान किया गया था इसके बाद रविवार को माघ चतुर्थी के दिन खजराना मंदिर में ध्वजा पूजन के लिए पहुंचे कलेक्टर मनीषसिंह ने बुजुर्गों से हुए दुर्व्यवहार को लेकर भगवान गणेश से क्षमा मांगी। साथ ही सही प्रशासनिक निर्णय लेने की क्षमता बनाए रखने का आशीर्वाद भी मांगा। इस दिन की खासियत यह थी की 1735 में माघ चतुर्थी के दिन ही खजराना में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना हुई थी। जिस वजह से यह दिन खजराना गणेश के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। कलेक्टर मनीष सिंह खजराना मंदिर की प्रबंध समिति के अध्यक्ष है और इसी के नाते उनके हाथो ध्वज पूजन संपन्न कराया गया। इस पूजन के दौरान उनके साथ पुलिस महानिरीक्षक हरिनारायणाचारी मिश्रा और अन्य अधिकारी भी थे। ध्वजा पूजन के साथ ही मंदिर में भगवान गणेश को 51 हजार लड्डुओं का भोग लगाया गया और महाप्रसादी का वितरण हुआ।
इसी पूजन के बाद कलेक्टर ने पत्रकारों से हुयी चर्चा में बताया कि इंदौर नगर निगम के कर्मचारियों दवरा जो भी गलती हुयी है, उसके लिए भगवान से क्षमा मांगी है, और कहा कि जो भी गलती हुई, जिससे भी गलती हुई, लेकिन हम सभी अधिकारी हैं। अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते, इसलिए इस गलती के लिए ईश्वर हमें क्षमा करें। कलेक्टर ने भगवान गणेश से यह आशीर्वाद भी मांगा है कि जिले और शहर में सभी का स्वास्थ्य ठीक रहे। सुख और शांति बनी रहे। ईश्वर उनकी सही निर्णय लेने की क्षमता बनाए रखें।