कांग्रेस द्वारा आज सुबह 11 बजे इंदौर के रीजनल पार्क से कलेक्टर ऑफिस तक किसान न्याय यात्रा का आयोजन किया जाना था। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य किसानों की उपज के लिए समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर आवाज उठाना था। यात्रा में करीब 150 ट्रैक्टरों के शामिल होने की योजना थी, जिसका नेतृत्व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी करने वाले थे।
इस रैली का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी कर रहे थे। कांग्रेस ने इस यात्रा के माध्यम से राज्य सरकार पर दबाव बनाने की योजना बनाई थी, ताकि किसानों को उनकी उपज का उचित समर्थन मूल्य मिल सके।
किसानों की समस्याएं
कांग्रेस ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि वह किसानों की समस्याओं को अनदेखा कर रही है और उन्हें उनके हक का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। पार्टी का कहना है कि सरकार की नीतियाँ किसान विरोधी हैं और उन्हें गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन का सख्त रुख
हालांकि, पुलिस प्रशासन ने इस ट्रैक्टर रैली की अनुमति को निरस्त कर दिया है। पुलिस का तर्क है कि रैली से यातायात बाधित होने और कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की संभावना थी, जिससे यह कदम उठाया गया। रैली स्थल पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है, जिसके कारण कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
राजनीतिक माहौल का तापमान
कांग्रेस ने इस प्रशासनिक कार्रवाई को राजनीतिक साजिश के रूप में देखा है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार किसान विरोधी नीतियों पर पर्दा डालने के लिए इस रैली को रोक रही है। उनका कहना है कि सरकार को किसानों के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन इसके बजाय वह उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन कर रही है।