इंदौर में कोरोना से निपटने के लिए सभी मोर्चों पर जबरदस्त तैयारी की जा रही है। इसी के मद्देनजर इंदौर नगरनिगम कमिशनर प्रतिभा पाल ने अपने कर्मचारियों की सुरक्षा और कोरोना से बचाव के लिए नए टचलेस आईस्कैनर / आइरिस रिकोग्निशन सिस्टम इंस्टाल करवाएं हैं | इससे बिना मशीन को टच किये अधिकारी और कर्मचारी अपनी हाजिरी पूर्णत: सुरक्षित ढंग से लगा सकेंगे ! विदित हो कि पूर्व मे बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज की जाती थी जिसमें कर्मचारी को अपनी उंगलियों के निशान मशीन पर लगाना होते थे जिससे कोरोना संक्रमण होने का अंदेशा बना रहता था उस कारण से बायोमेट्रिक उपस्थिति पर रोक लगा दी गई थी!
आईटी एक्सपर्ट समीर शर्मा बताते हैं की टचलेस आईस्कैनर / आइरिस रिकोग्निशन सिस्टम पूर्णत सुरक्षित अटेंडेंस सिस्टम है , जहाँ फिंगर / थम्ब स्कैनर में टच करना पड़ता है उसके उलट आई स्कैनिंग मशीन में बिना टच किये व्यक्ति की हाजिरी लग जाती है |
यह सबसे सुरक्षित है और इसमें कोई भी इन्फेक्शन नहीं फैलता है | सभी उन्नत देशों में इसी सिस्टम के तहत हाजिरी लगे जाती है | यह यूज़र से २-३ फीट की सुरक्षित दूरी पर होता है और व्यक्ति को *मास्क उतारने की ज़रुरत भी नहीं * पड़ती है|
कोरोना मेडिकल बोर्ड के सदस्य डॉ सौरभ मालवीय ने बताया कि आइरिस/ आई स्कैनिंग अटेंडेंस ऐसी टचलेस प्रणाली ही हमें सरफेस इन्फेक्शन से बचा सकती है | दूसरा यह मशीन संक्रमण नहीं फैला सकती क्यूंकि यह मानवरहित है |इसी तरह की मशीनों से हम कोरोना से बच सकते हैं यह पूर्णत: सुरक्षित तरीका है | इसके अलावा सभी में संक्रमण का ख़तरा हो सकता है |
इंदौर नगरनिगम के सभी कर्मचारी अब इस टचलेस / कोंटेक्ट लेस प्रणाली से सुरक्षित रूप से हाजिरी देंगे |