Indore: सांसद लालवानी ने राष्ट्रीय पर्यटन नीति के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए

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सांसद शंकर लालवानी ने प्रस्तावित राष्ट्रीय पर्यटन नीति के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं जिसमें बड़े शहरों को केंद्र में रखकर टूरिज्म सर्किट बनाना, फॉरेस्ट टूरिज्म में स्थानीय बोलिए और खानपान को प्राथमिकता देना और इंदौर जैसे शहरों में मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आने वाले दिनों में नई पर्यटन नीति लांच करेंगे।

सांसद शंकर लालवानी ने निम्नलिखित सुझाव सरकार को दिए –

धार्मिक पर्यटन :

बड़े और महत्वपूर्ण शहरों को केंद्र में रखकर आसपास के आसपास के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का विकास किया जाए और उसके लिए योजना बनाई जाए, जैसे इंदौर को सेन्टर पॉइंट बनाकर से ओम्कारेश्वर, महेश्वर, मांडू होते हुए उज्जैन जाकर वापिस इंदौर से फ्लाइट पकड़ी जा सकती है।
फॉरेस्ट टूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय संस्कृति बोली पहनावे आदि का समावेश किया जाए और पर्यटकों को जंगल लाइफ के साथ-साथ स्थानीय भोजन आदि का भी एक्सपीरियंस दिया जाए
देश के उन शहरों में जहां जंगल, धार्मिक या पर्यटन की कोई वजह ना हो वहां पर बड़े एम्यूजमेंट पार्क थीम पार्क आदि बनाकर पर्यटन विकसित किया जा सकता है साथ ही यह काम ठीक-ठाक ढंग से विकसित पर्यटन स्थलों के लिए भी किया जा सकता है दुनिया भर में सिंगापुर समेत ऐसे कई उदाहरण हैं जहां इस तरह के प्रकल्प से पर्यटन बड़ा है.

टियर 2 एवं 3 शहरों में ऑडिटोरियम एवं अन्य सुविधाएं देकर माइस टूरिज्म यानी मीटिंग, कॉन्फ्रेंस, इवेंट आदि को बढ़ावा दिया जा सकता है. इंदौर 24×7 – हमने हाल ही इंदौर को 24 घंटे खुला रखने का फैसला किया है। इंदौर में 56 दुकान, सराफा आदि जगह है जो देर रात तक खुली रहती है और अब धीरे-धीरे पूरे शहर को भी रात भर खोलने की तैयारी है। ठीक इसी तर्ज पर देश के कई शहरों को रात में खोलने की अनुमति देकर पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकता है।

Why not Indore –
सिटी स्पेसिफिक शहरों के टूरिज्म कैंपेन चलाए जाने चाहिए जैसे कोई अगर छुट्टियों में घूमने जाने की योजना बना रहा है सो व्हाय नॉट इंदौर, व्हाय नॉट भोपाल इस तरह की कैंपेन से छोटे शहरों में टूरिज्म को बढ़ाया जा सकता है।

लोकल फंड : 2 टियर या 3 टियर शहरों के आसपास छोटे टूरिस्ट डेवलप किए जाए

मेडिकल टूरिज़्म :
नेशनवाइड पॉलिसी बनें
कोविड के कारण देश के छोटे एवं बड़े शहरों में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर बना है, इसका प्रचार बड़े पैमाने पर मेडिकल टूरिज़्म को बढ़ाया जा सकता है विदेशी मरीजों के लिए एयरपोर्ट से फ्री टैक्सी या किसी बीमारी के लिए मुफ्त में जानकारी या मुफ्त काउंसलिंग आदि सुविधाएं देकर मेडिकल पर्यटन को बढ़ाया जा सकता है।