इंदौर: महापौर और आयुक्त ने किया जलजमाव क्षेत्रों का निरीक्षण, देर रात तक निकासी में लगा रहा निगम का अमला

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इन्दौर। महापौर पुष्यमित्र भार्ग एवं आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा विगत रात्रि से हो रही लगातार भारी वर्षा के कारण शहर में जलजमाव की स्थिति के निराकरण के लिए आज सुबह से ही शहर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया एवं संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये गये। महापौर व आयुक्तए.बी. रोड स्थित अवासा रेसीडेंसी पहुंचे। यहा पर मल्टी के तलघर में पानी भरने की स्थिति निर्मित होने पर संबंधित झोनल अधिकारी को पम्प लगाकर पानी निकासी के निर्देश दिये गये। इसके पश्चात पिपलियापाला के पीछे स्थित जीत नगर बस्ती में तालाब का पानी आने की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए बस्ती के लोगोको सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने का स्थान चिन्हित व अन्य व्यवस्था करने के निर्देश दिये। इसी प्रकार सिरपुर तालाब का ओव्हरफ्लो पानी का बजरंग नगर कांकड, रामानंद नगर, नंदन नगर व आसपास पानी भरने के कारण भी क्षेत्रिय नागरिकों को आवश्यकता होने पर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिये व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये। इसके अतिरिक्त चोईथराम मण्डी, अन्नपूर्णा रोड, फुटीकोठी चैराहा, चन्दन नगर, गंगा नगर, ए.बी.रोड, आदि स्थानों का भी निरीक्षण किया जाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। इस मौके पर पूर्व विधायक जीतू जीराती, पूर्व आय.डी.ए. अध्यक्ष मधु वर्मा, पार्षद निररंजनसिंह चैहान, महेश चौधरी, बबलू शर्मा व अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थें।

महपौर भार्गव एवं आयुक्त पाल द्वारा सभी झोनल अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि, जहा भी वर्षा जलजमाव की स्थिति निर्मित हो वहा पानी की निकासी तत्काल की जावें। निर्देश के क्रम में झोनल अधिकारियों द्वारा बताया गया कि, झोन क्रमांक 01 अन्तर्गत जहा भी जल जमाव हुआ वहा लेबर लगाकर स्ट्राॅम वाॅटर लाईन की सफाई की गई तथा पानी की निकासी की गई।

इसी प्रकार झोन 02 में विंध्याचल में नाले में पानी बढने के कारण जल जमाव हुआ किन्तु नाले का पानी कम होने पर पानी की निकासी हो गई। इसी प्रकार झोन 03 में नगर निगम चैराहा पर जलजमाव होने पर पानी की निकासी की गई। झोन 04 अन्तर्गत राजनगर, वार्ड 12 गंगाबाग, संगम नगर में पानी भरने पर नाली बनाकर निकासी की गई तथा बदल का भट्टा, पराग का भट्टा, कुम्हारखाडी की बस्तियों में पानी भरने से नागरिकों को बाणगंगा स्कूल में शिफ्ट किया गया और नागरिकों के लिए खाने की व्यवस्था की गई।

झोन 07 अन्तर्गत निरंजनपुर, गुलाब बाग, भाग्य श्री कालोनी में पानी जमा होने से तथा स्ट्राॅम वाॅटर लाईन चोक होने से लाईन की सफाई कर पानी की निकासी की गई। झोन 09 अन्तर्गत चन्द्र नगर में पानी भरने से स्ट्राॅम वाॅटर लाईन चोक होने से लाईन की सफाई कर पानी की निकासी की गई। झोन 10 अन्तर्गत रविन्द्र नगर में सड़क पर पानी भरने से स्प्रीड ब्रेकर को एक तरफ से तोड़कर पानी की निकासी की गई।

झोन 11 अन्तर्गत मधुमिलन चैराहा, जी.पी.ओ., रीगल चैराहा पर पानी भरने से वर्षा पानी की निकासी की गई। कबूतर खाने निचली बस्ती में पानी भरने से लगभग 50 नागरकों को निकालकर जवाहरमार्ग मदरसे में शिफ्ट किया गया और नागरिकों के लिए खाने की व्यवस्था की गई। झोन 12 अन्तर्गत माणिकबाग ब्रिज, वीरसावरकर नगर, भक्तिप्रिय रोड, चन्द्रभागा पर पानी भरने तथा स्ट्राॅम वाॅटर लाईन चोक होने से लाईन की सफाई कर पानी की निकासी की गई। झोन 13 अन्तर्गत विशाल नगर, धनवन्तरी नगर, वैशाली नगर में पानी भरने पर कच्ची नाली बनाकर वर्षा पानी की निकासी की गई। आवासा रेसीडेन्सी के बेसमेन्ट में पानी भरने पर 01 बडी व 04 छोटी मोटर लगाकर पानी निकालने की व्यवस्था की गई।

झोन 15 अन्तर्गत चांदमारी के ग्राउण्ड, स्कीम नं. 71 सेक्टर डी, अलंकार पैलेस, विजय पैलेस, में पानी भरने से कच्ची नाली बनाकर वर्षा जल निकासी की गई। झोन 16 अन्तर्गत नुरानी नगर में पानी भरने से रेस्क्यू कार्य कर नागरिकों को स्कूल में शिफ्ट किया गया। टिगरिया बादशाह गांव में पानी भरने से तिरुमला अपार्टमेन्ट वाली सड़क को तोड़कर वर्षा पानी की निकासी की गई। वार्ड 01 में खेडापति मंदिर के पास पुलिया क्षतिग्रस्त होने से नागरिकों की सुरक्षा के दृष्टिगत बेरिगेटिंग कर सुरक्षा व्यवस्था की गई और नागरिकों के लिए खाने की व्यवस्था की गई। झोन 17 अन्तर्गत वार्ड 19 में बनासर बस्ती, वार्ड 18 में शिवकण्ठ नगर में पानी भरने से कच्ची नाली बनाकर वर्षा पानी की निकासी की गई। लवकुश चैराहा पर पानी भरने से जेसीबी लगाकर पानी की निकासी की गई। झोन 18 अन्तर्गत लोहामण्डी में पानी भरने से कच्ची नाली बनाकर वर्षा पानी की निकासी की गई।

इसके साथ ही निगम कन्ट्रोल रुम पर सुबह पहली शिफ्ट में कुल 41 शिकायत प्राप्त हुए जिसमें 35 शिकायतें पानी भरने की एवं 6 शिकायते झाड पेड संबंधी तथा द्वितीय शिफ्ट में 10 शिकायत जलजमाव व 02 झाड पेड संबंधी थी। उपरोक्त शिकायतों को संबंधित झोन पर झोनल अधिकारियों को निराकरण के लिए निर्देशित किया गया।