Indore News : ‘अंकुर’ के क्रियान्वयन में इंदौर प्रथम तीन जिलों में शामिल

Share on:

इंदौर (Indore News) : हरित क्षेत्र में वृद्धि, स्वच्छ पर्यावरण और प्राणवायु से समृद्ध प्रदेश बनाने के लिये जन-सहभागिता से व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण का वृहद अभियान ’अंकुर’ प्रारंभ किया गया है। जिसका उद्देश्य वृक्षों द्वारा कार्बन डाईऑक्साइड का अवशोषण और वातावरण में ऑक्सीजन का उत्सर्जन बढ़ाना है। इस अभियान का इंदौर जिले में प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। अभियान के क्रियान्वयन में आज दिनांक तक इंदौर जिला प्रथम तीन जिलों में शामिल है। इंदौर जिले में गत जून माह से शुरू हुए इस अभियान के अन्तर्गत अब तक 13 हजार 266 पौधों का रोपण हो चुका है। इंदौर के साथ ही बुरहानपुर तथा शिवपुरी प्रथम तीन जिलों में शामिल है।

इस अभियान के अन्तर्गत पौधे रोपने वाले सभी सहभागियों को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से प्रमाण पत्र दिया जाता है और पर्यावरण संरक्षण के लिये उनके योगदान की सराहना की जाती है। बताया गया कि इस अभियान के अन्तर्गत जिन इच्छुक प्रतिभागियों को सहभागिता करना होती है, उन्हें ’अंकुर’ कार्यक्रम के वायुदूत मोबाईल एप के माध्यम से पंजीयन कराना होता है। अंकुर कार्यक्रम में सहभागिता हेतु मोबाइल पर ’वायुदूत एप’ डाउनलोड कर स्व-पंजीयन करना होता है और पौधा रोपकर उसका फोटो अपलोड करना अनिवार्य है।

इसके लिए गूगल प्ले स्टोर से वायुदूत एप को डाउनलोड कर पंजीयन किया जा सकता है। एप डाउनलोड करने के बाद भाषा का चयन कर नागरिक लॉगिन पर क्लिक करना होगा। लॉगिन में मोबाईल नम्बर दर्ज करना होगा, जिसके बाद पंजीकृत मोबाईल नम्बर पर ओटीपी प्राप्त कर वेरीफाई करना होगा, जिसके पश्चात पंजीयन प्रक्रिया पूर्ण होती है। वेरिफकेशन के बाद नया वृक्षारोपण पर क्लिक कर रोपित पौधों की संख्या लिखनी होगी। प्रतिभागियों को योजना की अवधि में कम से कम एक पौधे का रोपण स्वयं के संसाधन से करना है तथा रोपित पौधे का फोटोग्राफ एप पर अपलोड करना होगा।

पौधरोपण के तीस दिवस के बाद प्रतिभागी को दोबारा उसी पौधे का नवीन फोटोग्राफ एप पर अपलोड करना होगा। कम्प्यूटर आधारित लॉटरी के माध्यम से सभी प्रतिभागियों में से विजेताओं का चयन किया जाएगा। विजेताओं को वृक्ष वीरों और वृक्ष वीरांगनाओं के रूप में जाना जाएगा तथा इन विजेताओं को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अवार्ड देकर सम्मानित किया जाएगा। सभी प्रतिभागियों को योजना में सहभागिता के लिए सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है।