Indore : IIM ने किया आइवरी कोस्ट, पश्चिम अफ्रीका के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए एमडीपी किया आयोजित

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Indore : आईआईएम इंदौर द्वारा 5 – 15 दिसंबर, 2022 तक आइवरी कोस्ट, अफ्रीका के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए सार्वजनिक नीति में सुशासन और नवाचार पर एक कस्टमाइज्ड मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम – एमडीपी आयोजित किया जा रहा है। भारतीय तकनीकी और आर्थिक निगम (आईटीईसी) के सहयोग से आयोजित किया गया यह कार्यक्रम भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के तत्वावधान में हो रहा है। आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो.हिमाँशुराय ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। एम. एम. मुरुगप्पन, चेयरमैनबीओजी – आईआईएम इंदौर, इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। प्रो. सुबीन सुधीर, चेयर- एग्जीक्यूटिव एजुकेशनऔर प्रो. प्रशांत सलवान, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर भी उपस्थित थे।

प्रो. हिमाँशु राय ने अधिकारियों का भारत और आईआईएम इंदौर में स्वागत किया। आइवरी कोस्ट और भारत के बीच समानता पर चर्चा करते हुए, उन्होंने कहा कि राष्ट्रों के राष्ट्रीय ध्वज में समान रंग – केसरिया, सफेद और हरा हैं, और साथ ही समान मूल्य औरनैतिकता भी हैं। उन्होंने कहा, ‘इस कार्यक्रम ने हमें एक साथ आने और दोनों राष्ट्रों के बीच सम्बन्ध को मजबूत करने और एक-दूसरे से सीखने का अवसर दिया है।’

आईआईएम इंदौर के मिशन का उल्लेख करते हुए, प्रो. राय ने कहा कि कार्यक्रम प्रासंगिक रूप से डिजाइन किया गया है और गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा जो अधिकारियों को शासन, प्रशासन, शिक्षा और स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में विशेषज्ञों से बातचीत करने और सीखने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम ज्ञान प्राप्त करने के ऐसे अवसर उत्पन्न करेगा जिससे दोनों देशों को लाभ हो। उन्होंने बताया कि आईआईएम इंदौर विश्व स्तरीय शैक्षणिक मानकों की पेशकश सुनिश्चित करता है, और इसलिए कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों के साथ बातचीत करने वाले विशेषज्ञ भी अपने-अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं।

अधिकारियों को भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के प्रशासन को गहराई से समझने में मदद मिलेगी। उन्होंने संस्थान द्वारा की गई विभिन्न स्थिरता और हरित पहलों को भी साझा किया। ‘आइए, हम एक साथ मिलकर एक-दूसरे से सीखें और दोनों देशों में सुविधाओं को बढ़ाने और विकास के लिए अपने ज्ञान को साझा करें। भारत में आपका स्वागत है, और भारत में अध्ययन करने के बजाय, आइए,हम एक साथ भारत का अध्ययन करें’, उन्होंने कहा।

आईआईएम इंदौर के बीओजी के चेयरमैन एम. एम. मुरुगप्पन ने अधिकारियों के साथ मिलकर सीखने के महत्व को साझा किया। ‘मेरा मानना है कि इस तरह के कार्यक्रम न केवल अध्ययन में मदद करते हैं बल्कि राष्ट्रों को एक साथ आने और एक दूसरे से सीखने के लिए एक मंच भी प्रदान करते हैं। सीखने और ज्ञान अर्जित करने की कोई सीमा नहीं है। कोई भी कक्षा के सत्रों में अनुभव और एक दूसरे के साथ बातचीत के माध्यम से सीख सकता है। शानदार ढंग से तैयार किया गया यह पाठ्यक्रम आपको भारतीय प्रशासन और शासन में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने में मदद करेगा’, उन्होंने कहा।

अर्थव्यवस्था और राजनीति के बीच संतुलन बनाए रखने के बारे में चर्चा करते हुए,  मुरुगप्पन ने कहा कि एक राष्ट्र तभी प्रगति करता है जब अर्थशास्त्र राजनीति को संचालित करता है, न कि राजनीति अर्थशास्त्र को। समय आ गया है कि हम यह कौशल सीखें कि एक बेहतर राष्ट्र और दुनिया के विकास के लिए राजनीति और अर्थव्यवस्था को कैसे संतुलित किया जाए और इसके लिए प्रबंधन ही कुंजी है। ‘मेरा मानना है कि प्रबंधन केवल वही करने की कला है जो आवश्यक है। आइए हम एक साथ आएं, और विचारों को साझा करें जो हमें अपने जीवन को समृद्ध बनाने में मदद करें’, उन्होंने कहा।

प्रो. सुबीन सुधीर और प्रो. प्रशांत सलवान ने भी अधिकारियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम नीति की अवधारणा, निर्माण और कार्यान्वयन पर केन्द्रित है। पाठ्यक्रम में सामाजिक उद्यमिता पर लाइव केस स्टडी, भारत सरकार द्वारा सुशासन हस्तक्षेप, ई-गवर्नेंस, संसाधनों की कमी वाले वातावरण में नगर निगम के अभिनव समाधान आदि शामिल हैं।

इसमें स्वच्छ भारत अभियान और मीथेन गैस प्लांट, सार्वजनिक परिवहन, नवाचार और रणनीति, स्वच्छ भारत मिशन इंदौर से सीखें, शिक्षा-समावेशीता, बुनियादी ढांचा और ई-शिक्षा आदि पर सत्र शामिल हैं। अधिकारी आइवरी कोस्ट के विभिन्न मंत्रालयों से हैं।इनमें जल और वन मंत्रालय, सुलह और राष्ट्रीय सामंजस्य मंत्रालय, सुशासन को बढ़ावा देने और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का मंत्रालय, राष्ट्रीय शिक्षा और साक्षरता मंत्रालय, आंतरिक और सुरक्षा मंत्रालय आदि शामिल हैं। उद्घाटन कार्यक्रम धन्यवाद प्रस्ताव के साथ संपन्न हुआ।

Source : PR