इंदौर का दूसरा सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर मांगलिया में तैयार

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इंदौर : इंदौर जिले का दूसरा सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर मांगलिया में स्थापित किया गया है। सर्व सुविधायुक्त इस सेंटर की क्षमता 200 बिस्तरों की रहेगी। इस कोविड केयर सेंटर का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। स्टाफ भी तैनात हो गया है। दवाओं और ऑक्सीजन की उपलब्धता भी हो गयी है। जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट और कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने अधिकारियों के साथ कोविड केयर सेंटर पहुँचकर तैयारियों का जायजा लिया। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री राजेश सोनकर, राज्य स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

श्री सिलावट ने इस अवसर पर कहा कि इस सेंटर के बनने से सांवेर विधानसभा क्षेत्र सहित जिले के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को सुविधा होगी। मरीजों को यहां कोविड-19 का उपचार, जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन, दवाइयों आदि की नि:शुल्क व्यवस्था रहेगी। श्री सिलावट ने ग्रामीणों से आग्रह किया है कि जैसे ही कोविड के लक्षण दिखाई दे तुरंत ही जांच करवाएं। पॉजिटिव पाए जाने पर होम आइसोलेशन में रहें, अगर घर में जगह नहीं है, तो कोविड केयर सेंटर में अपना उपचार करवाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर सर्वे किया जाए। यह प्रयास किया जाए कि शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर मरीज ट्रेस हो और उनका तुरंत उपचार प्रारंभ कर दिया जाये।

श्री सिलावट ने बताया कि मांगलिया में इंदौर जिले का दूसरा सबसे बड़ा सर्व सुविधा युक्त कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। खंडवा रोड़ स्थित राधा स्वामी सत्संग परिसर के कोविड केयर सेंटर के बाद अब यह दूसरा बड़ा कोविड केयर सेंटर होगा। इसमें लगभग 200 बिस्तरों की क्षमता होगी। सेंटर में ऑक्सीजन, दवाईयों आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी। डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ भी पूरे समय तैनात रहेंगे।

एंबुलेंस भी रखी जाएगी। मरीजों के भोजन चाय, नाश्ते की नि:शुल्क व्यवस्था की गई है। सेंटर में मरीजों की सुविधा के लिए कूलर भी लगाए जा रहे हैं। मरीजों के स्वस्थ मनोरंजन के लिए टीवी आदि की व्यवस्था भी की गई है। टीवी के माध्यम से धार्मिक तथा अन्य कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाएगा। श्री सिलावट ने बताया कि मरीजों की सुविधा के लिए कोई कोर कसर नहीं रखी जाएगी। बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ से चर्चा की तथा उनका मनोबल बढ़ाया और कहा कि वे पूरे मनोयोग के साथ मानवीय सेवा का यह पुनीत कार्य करें। सरकार उनके साथ है।