इंदौर को मिली ऑटोमोबाइल के लिए एशिया के सबसे लंबे हाई स्पीड ट्रैक की सौगात

Shivani Rathore
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भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज इंदौर को एशिया के सबसे लंबे हाई स्पीड ट्रैक (एचएसटी) की सौगत मिली है। इसके लिये उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर और भारी उद्योग एवं लोक उद्यम राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल के प्रति आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के अंतर्गत देश को ऑटो हब बनाने के स्वप्न को साकार करने में अपना योगदान देगा। साथ ही प्रदेश में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करवायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एनएटीआरएएक्स को 1000 एकड़ भूमि के क्षेत्र में विकसित किया गया है। जहाँ पर 2 पहिया वाहनों से लेकर भारी ट्रैक्टर ट्रेलरों तक के सभी प्रमुख श्रेणी वाले वाहनों के हाई स्पीड परीक्षण हो सकेंगे, जो कि वाहनों के लिए सभी प्रकार के हाई स्पीड परीक्षण का एक प्रमुख केंद्र होगा।

केन्द्रीय मंत्री श्री जावड़ेकर ने विश्व स्तरीय 11.3 किमी लंबे हाई स्पीड ट्रैक के ई-उद्घाटन पर कहा कि भारत का ऑटोमोबाइल और स्पेयर पार्ट्स का मैन्युफैक्चरिंग केंद्र बनना तय है। मंत्री ने कहा, हम तेजी से ‘आत्म-निर्भर भारत’ की ओर बढ़ रहे हैं और इस दिशा में चौतरफा प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, उनका मंत्रालय प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करने के लिए के लिए प्रतिबद्ध है जिसके तहत भारत ऑटो मैन्युफैक्चरिंग का केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा, ऑटोमोबाइल और मैन्युफैक्चरिंग उद्योगों के विस्तार से नए रोजगार पैदा करने में भी सहयोग मिलेगा। मंत्री ने कहा कि रेलवे, राजमार्ग और जलमार्ग क्षेत्र की कई परियोजनाएं वर्षों से लटकी हुई थीं जो आज मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति के कारण पूरी हो रही हैं।

इस अवसर पर भारी उद्योग एवं लोक उद्यम राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सरकार मैन्युफैक्चरिंग और ऑटोमोबाइल उद्योग को बढ़ावा दे रही है क्योंकि इससे देश को बड़े पैमाने पर सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।

एनएटीआरएएक्स केंद्र
एनएटीआरएएक्स केंद्र में कई परीक्षण क्षमताएँ हैं जैसे अधिकतम गति को आंकना, एक्सीलरेशन, तय गति पर ईंधन की खपत क्षमता, रियलरोड ड्राइविंग सिमुलेशन के माध्यम से उत्सर्जन परीक्षण, लेन बदलने के दौरान के दौरान वाहन की स्थिरता, उच्च गति की निरंतरता परखने की सुविधा है।इसके अलावा यह वाहनों के डायनेमिक्स काएक उत्कृष्टता केंद्र है।

एचएसटी का इस्तेमाल बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज, ऑडी, फेरारी, लेम्बोर्गिनी, टेस्ला आदि जैसी हाई-एंड कारों की अधिकतम हाई स्पीड क्षमता को मापने के लिए किया जाता है। जिसे किसी अन्य भारतीय परीक्षण ट्रैक पर नहीं मापा जा सकता है। मध्यप्रदेश में स्थित होने के कारण, यह अधिकांश ओईएम के लिए सुलभ है। यह सभी प्रकार के हाई स्पीड परीक्षणों के लिए एक प्रमुख स्थान है, जो दुनिया में सबसे बड़े ट्रैकों में से एक है। यह सभी तरह की श्रेणी वाले वाहनों की जरूरत को पूरा कर सकता है।

दो पहिया वाहनों से लेकर सबसे भारी ट्रैक्टर ट्रेलरों तक के वाहनों का इस ट्रैक पर परीक्षण किया जा सकता है। ट्रैक के घुमावों पर वाहनों की स्टेयरिंग का नियंत्रण 375 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति पर भी किया जा सकता है। इसके लिए ट्रैक को कम अंडाकार बनाया गया है, जो इसे वैश्विक स्तर पर सबसे सुरक्षित परीक्षण ट्रैक में से एक बनाता है।