इंदौर। महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा झोन क्षेंत्रांतर्गत किये जा रहे विकास कार्यो की झोनवार समीक्षा करते हुए, आज झोन क्रमांक 03 व 04 के विभागवार महापौर सभाकक्ष में बैठक ली गई। बैठक में महापौर प्रतिनिधि भरत पारख, पार्षद गजानंद गावडे, सुरेश टाकलकर, मो. अनवर कादरी, कमल वाघेला, सीमा डाबी, पराग कौशल, जनकार्य, जलप्रदाय, सीवरेज, उद्यान विभाग प्रमुख, क्षेत्रीय झोनल अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा झोन क्रमांक 03 एवं 04 के अंतर्गत वार्ड 56, 57, 58, 10, 11, 12, 13 एवं 17 में विकास कार्यो के झोनवार/वार्डवार समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक के दौरान उपरोक्त उल्लेखित झोन/वार्ड में जनकार्य विभाग, जलयंत्रालय विभाग, जलप्रदाय विभाग, उद्यान विभाग आदि विभागो के माध्यम से किये गये कार्याे की समीक्षा करते हुए, इस दौरान महापौर द्वारा क्षेत्रीय पार्षद से वार्ड के विभिन्न विभागो से संबंधित स्वीकृति कार्यो की स्थिति के संबंध में जानकारी ली गई ।
इस पर क्षेत्रीय पार्षद द्वारा अपने-अपने वार्ड में स्वीकृत कार्यो की वर्तमान स्वीकृति की जानकारी देते हुए, बताया कि कई कार्य तो प्रारम्भ हो गये है, किंतु कई ऐसे कार्य जो कि स्वीकृति व टेण्डर प्रक्रिया के पश्चात भी निर्माण कार्य प्रारम्भ नही हुए की भी जानकारी दी गई। साथ ही क्षेत्रीय पार्षदो द्वारा किन-किन कार्यो को शीघ्र पूर्ण किया जाना है के संबंध में महापौर जी से आग्रह किया गया, जिस पर महापौर श्री भार्गव द्वारा संबंधित विभागीय अधिकारियो को कार्य शीघ्र पूर्ण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये गये।
इस पर महापौर द्वारा विभागीय अधिकारियो से कहा कि कार्य स्वीकृति के पश्चात संबंधित फर्म को निर्माण कार्य प्रारम्भ करने के पूर्व जारी होने वाले वर्कऑर्डर के पश्चात ठेकेदार को कितने दिनो कार्य प्रारम्भ करना होता है, इस संबंध में कोई प्रावधान या नियम है, क्यां ऐसे ठेकेदार को कोई नोटिस जारी किये गये है, इस पर अधिकारियो ने जानकारी देते हुए, बताया कि वर्कऑर्डर जारी होने के पश्चात 15 दिन में कार्य प्रारम्भ करना अनिवार्य होता है, साथ ही ऐसे ठेकेदारो को नोटिस भी जारी किये गये है। जिस पर महापौर जी ने कहा कि 15 दिन पश्चात भी ठेकेदार द्वारा कार्य प्रारम्भ नही होता है तो ऐसे ठेकेदार पर पेनल्टी लगाने के साथ ही टर्मिनेट करने की भी कार्यवाही की जावे। इसके साथ ही महापौर जी द्वारा विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियो को निर्देश दिये कि कार्य स्वीकृति के लेकर कार्य की पूर्णता तक की प्रक्रिया को लेकर आप सभी एक फ्लो चार्ट बनाये कि कोैन सा कार्य कब-कब तक पूर्ण होगा, ताकि विकास कार्यो को गति मिल सके। साथ ही क्षेत्रीय पार्षदो की सजगता के साथ निगम अधिकारियो के कार्य की समय-समय पर मॉनिटरिंग के प्रयास से विकास कार्यो को गति मिलेगी।