इंदौर : फार्मकार्ट को ‘एट होम’ कार्यक्रम में मिला राज्यपाल का आमंत्रण

Share on:

बड़वानी/ इंदौर : इस स्वतंत्रता दिवस कृषि तकनीक स्टार्ट अप फार्मकार्ट का नाम राजभवन में आयोजित ‘एट होम’ कार्यक्रम के चुनिंदा अतिथियों की सूची में शामिल किया गया। फार्मकार्ट के डायरेक्टर अनूप कुमार मंडलोई, प्रवीण मंडलोई, महेंद्र कुलकर्णी और सीईओ अतुल पाटीदार को राजभवन से इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया था।

इस मौके पर फार्मकार्ट के डायरेक्टर अनूप कुमार मंडलोई ने कहा “हम अपने तकनीकी समाधानों की मदद से किसानों के जीवन को सरल बनाने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। इस आमंत्रण और उत्साहवर्धन के लिय मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजपाल मंगु भाई पटेल का आभार व्यक्त करता हूँ।”

हर वर्ष, ‘एट होम’ कार्यक्रम स्वतंत्रता दिवस की संध्या पर राष्ट्रपति भवन और राजभवनों मे आयोजित किया जाता है। इस वर्ष, केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों के राज्यपालों और केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों से महिला सरपंचों, शहीदों के परिजनों और मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सराहे गए व्यक्तियों को स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित ‘एट होम’ कार्यक्रमों में आमंत्रित करने के लिए निर्देश जारी किया था।

मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी समाज और देश के प्रति विशेष योगदान प्रदान करने वाले या अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायक व्यक्तियों का जिक्र करते हैं। पिछले वर्ष, ‘मन की बात’ की 70 वीं कड़ी में प्रधानमंत्री मोदी ने फार्मकार्ट के तकनीकी समाधानों और कोविड-19 महामारी लॉकडाउन में बेहतरीन कार्यों की तारीफ की थी। कोविड – 19 लॉकडाउन के प्रथम चरण में, फार्मकार्ट ने करीब 6000 कृषि सामग्री, बीज और उपकरणों के पैकेज 350 स्थानों पर पहुँच कर हजारों किसानों को नुकसान से बचाया था।

आज फार्मकार्ट देश की अग्रणी कृषि तकनीक कंपनी है जिसके माध्यम से तकनीक से अपरिचित 120,000 से अधिक किसान कंपनी के तकनीकी समाधानों का लाभ ले रहे हैं। फार्मकार्ट के तकनीकी समाधानों की मदद इन किसानों तक दूरस्थ इलाकों में भी विश्वस्तरीय कृषि उत्पादों और सेवाओं पहुंचाए जा रहे हैं। ये सेवाएं किसानों तक सिर्फ उत्पाद पहुँचने तक सीमित नहीं हैं, फार्मकार्ट कृषि के हर चरण में किसानों की मदद करता है। फार्मकार्ट किसानों को डिजिटल पहचान UIC प्रदान करता है। यह एक तरह से उनके खेतों का आधार कार्ड होता है। UIC में संग्रहीत जानकारी, किसानों को ऑनलाइन खरीद का आसान और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान करती है। भविष्य में इसका उपयोग अन्य आधुनिक तकनीकों जैसे ड्रोंस, ड्राइवरलेस ट्रैक्टर, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) में आसानी से किया जा सकेगा। साथ ही, अन्य तकनीकी समाधान जैसे U2U, agri – nidan, और rent4farm लाखों ग्रामीण किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं।

Source : PR