इंदौर: व्यापारियों से पैसे वसूलने के लिए बनाता था झूठा रेप केस, पुलिस ने किया पर्दाफाश

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इंदौर। पुलिस थाना लसुडिया पर दिनांक 04.09.2023 को एक नाबालिग अपहर्ता थाने पर पहुंची और उसने बताया कि वह छोटी खजरानी एक युवक से मिलने पहुंची थी, फिर वह युवक व उसके दो साथी उसको छोटी खजरानी से कार में लेकर गये थे और उसके साथ बलात्कार किया गया है। सूचना प्राप्त होते ही पुलिस द्वारा तत्काल घटना की संवेदनशीलता को समझते हुए पीडिता को तत्काल मेडिकल परीक्षण हेतु महिला उप निरीक्षक के साथ हास्पिटल इन्दौर भेजा गया । घटना पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में, पीडिता द्वारा बताये गये युवकों की तलाश में थाना लसुडिया से अलग-अलग टीमें भेजी गयी टीम द्वारा तत्पर्तापूर्वक उक्त तीनों युवकों की तलाश कर उनसे पूछताछ की गयी तो उन्होने घटना से इंकार किया।

मामला संदिग्ध होने से वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार पुलिस उपायुक्त ज़ोन-2 अभिषेक आनंद, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ज़ोन-2 अमरेन्द्र सिंह एवं सहायक पुलिस आयुक्त शिवपाल सिंह कुशवाह थाने पर पहुंचे और उक्त युवकों से पूछताछ की जो घटना में संलिप्त होना नहीं पाये गये घटना के समय उक्त युवकों का लोकेशन भी अन्यत्र स्थानों पर पाया गया।

मामला संदिग्ध पाया जाने पर महिला पुलिस अधिकारी द्वारा पीडिता से सहानुभूति पूर्वक पूछताछ की गयी तो पीडिता द्वारा घटनाक्रम की सत्यता बताते हुए पुलिस को बताया कि वह और उसका परिवार आर्थिक तंगी से परेशान हैं पिता पर बहुत अधिक कर्ज हो गया है और कर्जदार घर आकर बार-बार परेशान करते हैं जिससे परिवार में लडाई-झगडे और कलह का माहौल बना रहता है। परिवार की परेशानी का फायदा उठाकर पीडिता के परिचित हेमन्त चोपिडया ने पीडिता को कहा कि मैं तुमको जिन लोगों के नाम बताऊंगा तुम उनके उपर बलात्कार का प्रकरण दर्ज करा देना फिर कोर्ट में राजीनामा करने के नाम पर हम लोग उनसे पचास लाख से एक करोड रूपये तक ले सकते हैं जिसमें से आधा तुम रख लेना और आधा मैं रख लूंगा ।

पीडिता शुरू में इसके लिये तैयार नहीं थी लेकिन परिवार की लगातार बढ़ती परेशानियों के कारण उसने हेमन्त चोपड़िया के दबाव में आकर हां कर दी। आरोपी नेउससे कहा की मेडिकल परीक्षण को देखते हुए उसको किसी के साथ शारीरिक संबंध भी बनाने पड़ेंगे लेकिन इस बात के लिये पीडिता तैयार नहीं थी।आरोपी हेमन्त के द्वारा लगातार बोले जाने पर एवं दबाव डालने के कारण पीडिता इस बात के लिये तैयार हो गयी और उसने आरोपी हेमन्त के कहने पर राहुल लाखर नाम के व्यक्ति से शारीरिक संबंध बनाये, फिर योजना के मुताबिक पीडिता आरोपी हेमन्त के बताये स्थान बॉम्बे हॉस्पिटल के आगे निपानिया पहुंची, फिर आरोपी हेमन्त चोपड़िया वहां पहुंचा मौके पर घटना बताकर कुछ लोगों को इक्कठा कर लिया और पीडिता के साथ थाना लसुडिया गैंग रेप की शिकायत करने पहुंचा।

इस मामले की पीडिता के मोबाईल फोन को चैक किया तो उसमें “एक हिडन चैट मिली जिसमें मुख्य षणयंत्रकर्ता आरोपी हेमन्त चोपड़िया द्वारा पीडिता को एक फोटो भेजकर मैसेज किया गया था कि इसका भी नाम ले लेना” । हिडन चैट में मिले मैसेज के संबंध में पीडिता से महिला पुलिस अधिकारी ने पूछताछ की तो उसने घटना की सत्यता बताते हुए आरोपी हेमन्त को घटना का मुख्य षडयंत्रकर्ता बताया जिससे जांच की दिशा ही बदल गयी।

पुलिस के आला अधिकारियों की सक्रियता एवं मार्ग दर्शन तथा पुलिस टीम की तत्परता और सूझबूझ से गैंग रेप जैसी घटना के षडयंत्र का खुलाशा हो सका। पीडिता नाबालिग है और उसकी कम उम्र का फायदा उठाकर आरोपी हेमन्त चोपडिया ने पीडिता को दुष्प्रेरित कर आरोपी राहुल से शारीरिक संबंध बनाने पर मजबूर किया इस आधार पर पीडिता की रिपोर्ट पर से षडयंत्रकर्ता हेमन्त चोपडिया एवं राहुल लाखरे के विरूद्ध अपराध पंजीबध्द किया गया। प्रकरण में घटना स्थल थाना विजय नगर का पाया जाने से प्रकरण विजय नगर को स्थानंतरित किया गया थाना विजय नगर में अपराध धारा 366,366- ए,376,376(3),120-बी, 109,34 भादवि एवं 3/4 17/18 पाक्सो एक्ट का पंजीबद्ध कर आरोपी हेमन्त चोपड़िया नि. मालवीय नगर इन्दौर एवं राहुल लाखरे नि. रूस्तम का बगीचा इन्दौर को गिरफ्तार किया गया है पुलिस द्वारा आरोपीयों का पुलिस रिमाण्ड लिया जाकर पूछताछ की जा रही है, जिसमें विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।

आरोपी हेमन्त चोपड़िया थाना विजय नगर का सूचीबद्ध अपराधी है इसके विरूद्ध हत्या, धोखाधडी, मारपीट, अवैध वसूली, लूट और अवैध हथियार रखने के 12 से अधिक प्रकरण दर्ज हैं। उपरोक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना प्रभारी लसूडिया श्री तारेश कुमार सोनी, थाना प्रभारी विजयनगर रविन्द्र सिंह गुर्जर, उनि खुशबू परमार, उनि संजय विश्नोई, उनि अरूण मलिक, उनि सीमा धाकड, सउनि भूपेन्द्र सिंह गुर्जर, प्रआर योगेन्द्र सिंह चौहान, प्रआर विक्रम जादौन, प्रआर नीरज रघुवंशी, आर नरेश चौहान, आर प्रणित भदौरिया, आर प्रमोद गिल, आर अजय प्रजापत, आर धनराज बाघेला, आर सोनू पाण्डे, आर कुलदीप यादव, आर राजकुमार दुबे, आर नरेन्द्र बैस, आर एदल गुर्जर, आर आकाश त्रिवेदी का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा।उक्त सरहनीय कार्य कर प्रकरण का पर्दाफाश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली टीम को डीसीपी ज़ोन-2 द्वारा 10,000 ₹ के नगद इनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।