Indore : ड्रॉपआउट एकेडमी ने किया UX डिजाइन मीटअप का आयोजन, करियर और नई टेक्नोलॉजी में युवाओं को दिखाई नई राह

Share on:

इंदौर। पलासिया स्थित एडिटेड में ड्रॉपआउट एकेडमी द्वारा हाल ही में इंदौर UX डिज़ाइन मीटअप का आयोजन किया गया जहाँ देश के अलग अगल कोनों से यूज़र एक्सपीरियंस (UX) डिज़ाइन प्रोफ्रेशनल, डिज़ाइन एन्थुसिएस्ट और स्टूडेंट शामिल हुए। भारत में UX तेजी से विकसित हो रहा है, ऐसे में यह कार्यक्रम से मध्य भारत क्षेत्र के लोगों के लिए एक शानदार मंच था जहां सीनियर डिज़ाइन प्रोफेशनल्स ने UX के क्षेत्र में अवसरों और संभावनाओं के बारे में युवाओं को जानकारी दी। ड्रापआउट एकेडेमी इस क्षेत्र में अद्भुत काम कर रही है यह अपने प्रशिक्षुओं को सुविधा देती है कि वे नौकरी पाने के बाद फीस भर सकते हैं।

Read More : रायपुर में CA पर IT की रेड, देश में 50 से अधिक जगहों पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी

ड्रॉपआउट अपने छात्रों को जटिल और लोकप्रिय वेब डेवलपमेंट टूल्स का उपयोग करना सिखाती है, जिसमें यूआई/यूएक्स डिजाइनिंग, फ्रंट-एंड डेवलपमेंट, बैक-एंड डेवलपमेंट, डेटाबेस प्रबंधन, वेब सुरक्षा, और एप्लिकेशन डेवलपमेंट शामिल हैं। कार्यक्रम में यूएक्स डिज़ाइन उद्योग पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रभाव के बारे जानकारी देने और कुछ उपयोगी एआई टूल्स के बारे बताने के लिए आईआईटी रुड़की से ग्रेजुएट टेडेक्स स्पीकर ड्रॉपआउट एकेडमी के सहसंस्थापक मयूर करोड़िया, UX डिज़ाइनिंग में सफल फ्रीलांस करियर बनाने, क्लाइंट ढूंढने के तरीकों और बातचीत की कला के बारे में युवाओं का मार्गदर्शन करने के लिए इवेंटब्राइट की प्रोडक्ट डिज़ाइनर लवीना छाबड़ा एवं विशेष मार्दर्शन हेतु वरिष्ठ प्रोडक्ट डिज़ाइनर मानव मदान मौजूद रहे।

Read More : फिल्म मेकिंग को आसान बनाने में मध्यप्रदेश सबसे आगे, सिनेमा हॉल के लिए दी जाती है एक करोड़ की सब्सिडी

यह कार्यक्रम उन सभी लोगों के लिए बेहद जरुरी था जो UX डिज़ाइन में रुचि रखते हैं, डिज़ाइन क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं और उपयोगकर्ता सेंट्रिक डिज़ाइन प्रदर्शित करना चाहते हैं, 50 से अधिक युवाओं ने यहाँ आकर UX डिज़ाइन के क्षेत्र में नए गुर सीखे। ड्रॉपआउट एकेडमी के सहसंस्थापक मयूर करोड़िया ने UX डिज़ाइन को आसान भाषा में समझाते हुए कहा- “यह एक प्रक्रिया है जब यूजर आपके सिस्टम या सर्विस का उपयोग कर रहा है तब उसे कैसा अनुभव हो रहा है।

यूजर के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए यूजर के अनुभव को ट्रैक किया जाता है और उसी के आधार पर सिस्टम या सर्विस के यूज़र इंटरेक्शन को डिजाइन किया जाता है ताकि यूजर का एक्स्पेरिंस बेहतर हो सके। जैसे की अक्सर हम अलग अलग मोबाइल का उपयोग करते है, जिनमे से हमे कुछ मोबाइल को उपयोग करने मे इतना अच्छा नहीं लगता है जबकि कुछ ऐसे मोबाइल्स होते है जिनका उपयोग करने मे बहुत ही अच्छा महसूस होता है, यह सब UX डिजाइनिंग का कमाल होता है।”

Source : PR