इंदौर जिले ने CM हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में प्रदेश के टॉप 5 जिलों में अपना स्थान प्राप्त किया

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इंदौर जिले ने सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में प्रदेश के टॉप फाइव जिलों में अपना स्थान प्राप्त किया है। जिले में इस माह सर्वाधिक 19 हजार शिकायतें प्राप्त हुयी थी। इनमें से 60 प्रतिशत शिकायतों का संतुष्टिपूर्वक निराकरण किया गया है। फिलहाल ढाई हजार शिकायतें पेंडिंग हैं। इनके निराकरण के लिए कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने अधिकारियों को पाबंद किया है। उन्होंने इस सिलसिले में अच्छा प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों की सराहना की और उन्हें प्रमाणपत्र भी दिए वहीं लापरवाहों को कारण बताओ सूचनापत्र जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी आज कलेक्टर कार्यालय के सभागृह में आयोजित अंतरविभागीय समन्वय समिति और समयावधि के पत्रों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। कलेक्टर द्वारा सीएम हेल्पलाइन में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने पर राजस्व विभाग से अपर कलेक्टर  अभय बेड़ेकर, वन विभाग से उपवनमंडलाधिकारी  कृष्ण कुमार निनामा, स्कूल शिक्षा विभाग से जिला शिक्षा अधिकारी  मंगलेश व्यास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से मुख्य कार्यपालन अधिकारी वंदना शर्मा, प्रशासन विभाग से अपर कलेक्टर अजयदेव शर्मा, परिवहन विभाग से क्षेत्रिय परिवहन अधिकारी प्रदीप कुमार शर्मा, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग से जिला आपूर्ति नियंत्रक  एम.एल. मारू, खनिज साधन विभाग से खनिज अधिकारी  धर्मेन्द्र चौहान और ऊर्जा विभाग से अधीक्षण यंत्री डॉ. डी.एन. शर्मा एवं मनोज शर्मा को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
 उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारीगण अगले माह में सीएम हेल्पलाइन के निराकरण के लिए कार्ययोजना बना ले, लगातार रिव्यू करें। देखें कि किस तरह के क्षेत्र में ज्यादा शिकायतें आ रही है, किस तरह की शिकायतें आ रही है, और कौन से अधिकारी निराकरण करने में कमजोर पड़ रहे हैं, वहां विशेष ध्यान देकर कार्य करें। कलेक्टर ने पिछले दिवस अपने देपालपुर भ्रमण के दौरान मॉडल स्कूल के भवन की गुणवत्ता अपटूमार्क न पाए जाने पर पीआईयू के अभियंता को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए। शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी को निर्देश दिए कि स्वच्छता सर्वेक्षण के मद्देनजर नगर पंचायतों का भ्रमण करें।
आकस्मिक निरीक्षण किए जाने पर स्वच्छता के मामले में किसी तरह की लापरवाही दृष्टिगोचर नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब से नगर में लगने वाले मेले इत्यादि में दो स्टॉल दिव्यांगों के लिए निशुल्क उपलब्ध कराए जाए। साथ ही दिव्यांगों के उत्पादों की ब्रांडिंग कलेक्ट्रेट परिसर की दीवारों में पेंटिंग के जरिए भी करायी जाए। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने आगामी 10 जुलाई को प्रस्तावित मुख्यमंत्री जी के इंदौर आगमन और 19,20 और 21 जुलाई को जी-20 समिट की तैयारियों और व्यवस्थाओं के संबंध में भी चर्चा की। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारियों को नशा मुक्ति की शपथ दिलायी। बैठक में अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर, अजय देव शर्मा,  राजेश राठौर, सपना लोवंशी, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी वंदना शर्मा सहित अन्य संबंधित विभागों के जिला अधिकारीगण मौजूद थे।