इंदौर। फ्री आर्ट और प्रदेश की विरासत के मिश्रण का आज प्रस्तुतिकरण किया जा रहा है। शासन का प्रयास है कि बुनकरों को बेहतर से बेहतर सुविधा प्रदान की जा सके। जिससे यह वस्त्र धरोहर सदैव जीवित रहे। यह बात शनिवार को इंदौर में आयोजित एमपी क्राफ्ट्स- आर्ट फ्रॉम द हार्ट में मध्यप्रदेश कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनु श्रीवास्तव ने कही। कार्यक्रम में खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री जितेंद्र लिटोरिया एवं उपनिदेशक बुनकर सेवा क्रेंद वस्त्र मंत्रालय अंशुमन गुप्ता भी शामिल हुए।
इंदौर के शेरेटन ग्रैंड पैलेस में मध्यप्रदेश कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग द्वारा प्रदेश के हथकरघा एवं हस्तशिल्प को बढ़ावा देने और बुनकरों, कारीगरों को एक नया प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एमपी क्राफ्ट्स-आर्ट फ्रॉम द हार्ट’ का आयोजन किया गया, जिसका शनिवार को समापन हुआ। यह 6 अक्टूबर से लेकर 8 अक्टूबर तक चला। आखिरी दिन 8 अक्टूबर को फैशन शो का आयोजन हुआ। इसमें शामिल डिजाइनरों ने अपने उत्पादों की खासियत बताई। रैंप पर उतरकर कलाकारों ने भी अपना प्रदर्शन दिखाया। मध्यप्रदेश कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनु श्रीवास्तव ने कार्यक्रम में मौजूद डिजाइनरों, कारीगरों और बुनकरों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हर फैव्रिक की बुने गठाई रंगाई एक कहानी कहती है। एक दास्तान की तरह अपनी बानी कहता मध्यक्राफ्ट टॉक में आये टेक्सटाइल क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने विभागीय अधिकारीयों एवं कारीगरों से सीधे संवाद किया। इस दौरान रिलायंस ग्रुप से आये श्री प्रबल ने गुणवक्ता और कीमत को लेकर अपने सुझाव दिए। प्रदेश का फैब्रिक पहने। इस दौरान कारीगरी और बुनकारी को दर्शाती एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।
डिजाइनरों ने अपने-अपने कलेक्शन की बताई खासियत
फैशन शो में शामिल डिजाइनरों ने अपने-अपने कलेक्शन की खासियतें बताई। प्रदेश के विख्यात वस्त्र भण्डार को प्रदर्शित करते इंदौर टाइम्स फैशन शो के अंतिम दिन प्रदेश के प्रसिद्ध वस्त्र डिजाइनर आयुषी अग्रवाल ने अपने कलेक्शन ‘कनाथ’ से शो का आगाज़ किया। मध्यबनि और गौंड कला, हाथ की चापाई उनके कलेक्शन में दिखाई दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि विपुल वस्त्रों ने लंबे समय से हमारी संस्कृति को चित्रित किया है और भारतीय डिजाइन शब्दावली ने अनगिनत विविधताओं को प्रेरित किया है। हमारा संग्रह शिल्प कौशल, कपड़ा और पारंपरिक रूप से हस्तनिर्मित सुंदरता को दर्शाता है।
भोपाल की सृष्टि मिश्रा ने अपने कलेक्शन के माध्यम से लोकल क्राफ्ट और फ्री आर्ट को दर्शाया। भूमि / पृथ्वी के एक टुकड़े के रूप में परिभाषित किया। इंदौर की फराह सप्पद ने भी अपने कलेक्शन रूह के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अपने कलेक्शन के माध्यम से मध्यप्रदेश की विरासत को सरलता और सहजता से प्रस्तुत किया। उनका संग्रह ‘रूह’ एमपी के कारीगरों द्वारा हाथ से बुने हुए सुंदर कपड़ों पर आधारित रहा।
फैशन शो में जीनत आमान और किरण कुमार हुए शामिल
फैशन शो में अदाकारा जीनत आमान और किरण कुमार आकर्षण का केंद्र रहे। कलाकारों ने रैंप पर वाक कर सबका मन मोह लिया। हाथ से रंगे मध्यप्रदेश के फैब्रिक को बड़े ही शौक से पहना। जीनत आमान ने मध्यप्रदेश की कारीगरी को सराहा और मध्यप्रदेश सरकार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकार द्वारा बुनकरों के प्रति जो कार्य किए जा रहे हैं वे बेहद तारीफ के काबिल है। इस तरह के प्रयासों से ही कला का संरक्षण किया जा सकता है। प्रसिद्ध कलाकार किरण कुमार ने फराह सय्यद के शो में शो स्टॉपर के तौर पर शिरकत की। उन्होंने बताया की मध्यप्रदेश उनके दिल के बेहद करीब है।
बायर और सैलर के मध्य हुई साझा बातचीत
क्राफ्ट टॉक में आये टेक्सटाइल क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने विभागीय अधिकारीयों एवं कारीगरों से सीधे संवाद किया। इस दौरान रिलायंस ग्रुप से आये प्रबल ने गुणवक्ता और कीमत को लेकर अपने सुझाव दिए। वहीं लालटेन कम्पनी से आये श्री अल्बर्ट ने कहा की सप्लाई चैन स्ट्रक्चर को और मजबूत बनाये जाने की दिशा में कार्य किया जा सकता है। पंजा दरी के कारीगर छोटे लाल ने अपनी बात रखते हुए कहा की मध्यप्रदेश सरकार द्वारा समय- समय पर व्यापर के लिए मंच प्रदान किये जा रहें है। ग्रीनवेयर कम्पनी सेअभिषेक पाठक ने चर्चा के दौरान खादी में सौर उर्जा के उपयोग को लेकर सरकार की सराहना की और कहा कि वे इस क्षेत्र में निवेश करने को इच्छुक हैं।
नादना, ज़री ज़रदोज़ी, बाग़ प्रिंट आदि क्षेत्रों में कार्य करने वाले कारीगरों ने क्राफ्ट टॉक में हिस्सा लेते हुए अपने विचार साझा किये। क्राफ्ट टॉक में उपस्थित कोटक महिंद्रा बैंक से आये रीजनल वाइज प्रेसिडेंट अनुभव दुबे ने बैंकिंग क्षेत्र में आने वाली समस्याओं को लेकर समाधान पर चर्चा की। क्राफ्ट टॉक में उपस्थित विभागीय अधिकारीयों द्वारा सभी के सवालों के उत्तर दिए गए।
अंत में प्रमुख सचिव श्रीवास्तव ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा की कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग कारीगरों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के विजन को साकार करने के लिए नवीन सुझावों का विभाग द्वारा स्वागत किया जाता रहा है।