श्मशानों के आगे प्रशासन बेनकाब, कोरोना को लेकर जनता को परोस रहा झूठ

Share on:

इंदौर : इंदौर में कोरोना से हुई मौतों को लेकर प्रशासन कुछ और आंकड़ें बता रहा है जबकि श्मशान कुछ और कहानी बयां कर रहे हैं. प्रशासन एक ओर कहा रहा है कि अब तक शहर में कोरोना से 505 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, तो वहीं श्मशानों ने इस आंकड़ें को सिरे से ख़ारिज कर दिया है. क्योंकि 312 मौतें तो पिछले 20 दिनों में ही हुई है. शहर के अलग-अलग शमशान घाटों से इसकी जानकारी मिली तो प्रशासन के कदमों के नीचे से भी जमीन हिल गई.

20 दिनों में कोरोना से 312 मौतें…

पंचकुइया मुक्तिधाम में बीते 20 दिनों में 36, पंचकुइया मुक्तिधाम में 11, मेघदूत (सयाजी) मुक्तिधाम में 68, बाणगंगा मुक्तिधाम में 3, रामबाग मुक्तिधाम में 110, रीजनल पार्क मुक्तिधाम में 55, तीनइमली मुक्तिधाम में 1, तिलकनगर मुक्तिधाम में 7, जूनी इंदौर मुक्तिधाम में 21 कोरोना मरीजों का अंतिम संस्कार किया गया. इस तरह से शहर के श्मशान घाटों में बीते 20 दिनों में 312 मरीजों की चिता जलाई गई. इस दौरान सर्वाधिक अंतिम संस्कार रामबाग मुक्तिधाम में देखने को मिलें, जबकि मेघदूत (सयाजी) दूसरे और रीजनल पार्क स्थित मुक्तिधाम तीसरे नंबर पर मौजूद रहा.

रजिस्टर में नोट होती है अंतिम संस्कार की जानकारी…

जिन मुक्तिधाम पर कोरोना मरीजों का अंतिम संस्कार किया जाता है, वहीं काफी सावधानी भी इस दौरान बरती जाती है. जबकि इन श्मशान घाट में जिन कोरोना मरीजों का अंतिम संस्कार किया जाता है, उनकी जानकारी अलग से रजिस्टर में नोट की जाती है. अंतिम संस्कार के दौरान प्रशासन के कर्मचारी भी कोरोना किट पहनकर उपस्थित रहते हैं.

कब्रिस्तान के आंकड़ें भी हो सकते हैं चौंकाने वाले…

ये आंकड़ें तो महज शमशाम घाट के हैं, इन्हें लेकर ही प्रशासन की ओर से इतनी धांधली देखने को मिली है, वहीं अगर कब्रिस्तान के आंकड़ों को भी इनमें शामिल किया जाए तो तस्वीर कुछ और हो सकती थी. बता दें कि कोरोना वायरस से मृत मरीजों को कब्रिस्तान में भी दफनाया जा रहा है. यह सिलसिला भी लगातार जारी है.

प्रशासन का आंकड़ा 4-5, सच्चाई कुछ और…

मध्यप्रदेश में कोरोना से सबसे ज़्यादा हालात इंदौर के खराब है. इसे लेकर प्रशासन भी सही-सही जानकारी देने से बच रहा है. प्रशासन कोरोना और उससे होने वाली मौतों को लेकर डर के साये में हैं. प्रशासन कोरोना से हर दिन होने वाली मौतों के आंकड़ें को 4-5 बता रहा है, वहीं बीते 20 दिनों में 312 अंतिम संस्कार होने से यह साफ़ हो चुका है कि हर दिन शहर में औसतन 15 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो रही है.