कोरोना की तीसरी लहर ने बढ़ाई चिंता, बरतें सावधानी

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इंदौर (Indore News) : कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए एक तरफ शहर के कर्ताधर्ता लगातार हॉस्पिटलों का दौरा करके बेड , ऑक्सीजन व अन्य व्यवस्थाओं को देख रहे है। वही दूसरी ओर शहर में शादी ब्याह , से लेकर सभी तरह के आयोजन हो रहे है। शादी का सीजन होने से मैरिज गार्डनों , बाजारों , मॉल , दुकानों, शोरूम तथा सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ उमड़ी हुई है।

जिस तरह से शहर में कोरोना के केस बढ़ रहे है उसको देखते हुए यही लग रहा है कि हम कोरोना की तीसरी लहर की ओर बढ़ रहे है। शहरवासियों के लिए एक बड़ी चेतावनी यही है की अभी भी समय है। संभल जाओ नही तो फिर से घर मे बैठना पड़ेगा। चिंता के साथ मास्क पहनो, लोंगो से दूरिया बनाये रखो , भीड़ भरे बाजारों में जाने से बचे, शादी समारोह व अन्य आयोजनों से थोड़ा दूर रहो। अगर वेक्सीन नही लगवाई हो तो तुरंत लगवाये।

फेस्टिवल सीजन में कोविड रूल्स को किया नजर अंदाज
फेस्टिवल सीजन में कोविड नियमों की लोगों ने जो अनदेखी की उसका नतीजा सामने आने लगा है। शहर में फिर से कोरोना तेजी से पांव पसारने लगा है। नव वर्ष के दूसरे ही दिन इंदौर में एक ही दिन में संक्रमित के 100 से भी ज्यादा मामले दर्ज हो गए। जो काफी चिंता जनक है।

तीन अंको में पहुचें कोरोना के केस
शहर में कोरोना का कहर एक फिर से बढ़ता जा रहा है. प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होता दिखाई दे रहा है। इंदौर में केस बढ़ने का कारण यही है कि लोग कोविड की गाइड लाइन को नजर अंदाज कर रहे है। न तो कोई मास्क पहन रहा है और न ही आपस मे दूरिया बना रहे है। लोंगो की इस लापरवाही की वजह से ही कोरोना के केस तीन अंको में पहुंच गए है।

संभलने का समय है नही तो…..
कोरोना से बचने के लिए सतर्क ओर सावधान रहने की जरूरत है। वर्तमान स्थिति में इंदौर में कोरोना कंट्रोल में है , लेकिन लोंगो ने कोविड की गाइड लाइन का पालन नही किया तो घरो में दुबक कर ( लॉक डाउन) रहना पड़ेगा। अब समय आ गया है संभल करने का। जरा सी लापरवाही कही भारी न पड़ जाए।

अफसर लगातार कर रहे है हॉस्पिटलों का दौरा
कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने जिस तरह से तबाही मचाई थी उसी से सबक लेकर इंदौर के अफसर तीसरी लहर से निपटने के लिए अभी से सचेत हो गए है। अफसरों की टीम लगातार शहर के हॉस्पिटलों का दौरा करके मरीजो के इलाज को लेकर हर तरह की व्यवस्था देख रहे है। किन किन हॉस्पिटल में आक्सीजन प्लांट प्रारम्भ हो चुका है। कितने बेड है , दवाइयों की क्या स्थिती है आदि व्यवस्था देख रहे है।