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खुल गया सबसे बड़ा राज, सामने आई भय्यू जी महाराज की ख़ुदकुशी की वजह…
Posted on: 20 Jun 2018 05:55 by shivani Rathore
इंदौर : पिछलें दिनों इंदौर शहर में रहने वाले राष्ट्रीय संत भय्यू जी महाराज ने खुद को गोली मारकार आत्महत्या कर ली थी। उनकी मौत के बाद से अब तक सभी के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर उन्होंने इतना बड़ा कदम उठाया कैसे? ऐसी कौन की वजह थी जिसने भय्यू जी महाराज को खुदकुशी करने पर कर दिया मजबूर? तो आइयें आज हम आपको बताते है भय्यू जी महाराज की मौत की सबसे बड़ी वजह, जिसे जानकार आप भी हो जाओगे हैरान…
दरअसल, भय्यूजी महाराज अपनी बेटी कुहू को बीबीए की पढ़ाई के लिए लंदन भेजने वाले थे। इस बात पर उनकी दूसरी पत्नी डॉ.आयुषी उनसे अक्सर झगड़ा किया करती थी, कि पढ़ाई के लिए देश में ही ऐसी कई अच्छी संस्थाएं हैं, फिर बेटी को लंदन क्यों भेजना चाहते है? उनका कहना था कि वह पुणे में रहकर क्यों नहीं कर सकती है पढ़ाई।
आपको बता दे कि भय्यू जी महाराज ने बेटी कुहू की पुणे पढ़ाई की जिम्मेदारी उनके सेवादार अमोल चव्हाण को सौंपी थी। घटना के एक दिन पहले महाराज बेटी के पास पुणे जा रहे थे। आधे रास्ते में बेटी का फोन आया कि वह खुद 12 जून को इंदौर आ रही है। उसे डेली कॉलेज से अपनी टीसी लेनी है और कुछ अन्य काम भी है। इस फोन के बाद महाराज सेंधवा से वापस इंदौर लौट आए। उसके बाद से वे ज्यादा तनाव में थे और उन्होंने इसी घटना के बाद मौत को गले लगा लिया।
भय्यू जी के इस बड़े फैसले से सवाल यह उठता है कि फैसला किसका था। महाराज या बेटी का? बीबीए के लिए देश में ही ऐसी कई संस्थाएं हैं, जिनका काफी नाम है। इसे छोड़कर लंदन क्यों भेजना चाहते थे। यही नहीं, जिस डेली कॉलेज से कुहू ने 12वीं पास किया था, वहां भी बीबीए का कोर्स कराया जाता है।
अंडर ग्रेजुएशन के इस कोर्स की संबद्धता लंदन की मानी हुई डी-मोंट यूनिवर्सिटी से है। जहां अंतिम एक साल वहां जाकर पढ़ाई करनी पड़ती है और डिग्री वहीं से मिलती है। दूसरा सवाल, क्या कुहू के आए बिना डेली कॉलेज से टीसी नहीं निकलती? टीसी बिना छात्र के आए भी कॉलेज माता-पिता या उनके अभिभावकों दे देता है। इसलिए टीसी के लिए इंदौर आने की कोई खास वजह नहीं थी।बताया जाता है कि महाराज बेटी के इर्द-गिर्द रहने वाले कुछ लोगों को पसंद नहीं करते थे। उन्हें लगता था कि वे उनकी बेटी का भविष्य खराब कर सकते हैं। इसलिए वे बेटी को लेकर ज्यादा चिंतित रहते थे।
वे चाहते थे कि बेटी जितनी जल्दी हो सके विदेश पढ़ाई के लिए चली जाए। इसके लिए उन्होंने पैसों का इंतजाम करना शुरू कर दिया था। हो सकता है कि पिता और बेटी में इस बात को लेकर भी खट-पट हो।