इंदौर : इंदौर में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी सौगात मिलने वाली है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 27 अगस्त को इस सर्व सुविधा युक्त सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का लोकार्पण करेंगे। इंदौर में 500 से अधिक बिस्तरों की क्षमता वाले अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। हॉस्पिटल के निर्माण में 237 करोड़ रूपये से अधिक की राशि खर्च की गई है। यह जानकारी जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट द्वारा आज इस हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान दी गई। सिलावट ने सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक श्रोत्रिय के साथ इस हॉस्पिटल का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने हॉस्पिटल के विभिन्न वार्डों को देखा। हॉस्पिटल में उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि यह हॉस्पिटल अपने नाम के अनुरूप विभिन्न स्पेशलिटी वाला रहेगा। स्वास्थ्य के क्षेत्र में इंदौर सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के जरूरतमंदों के लिये बड़ी सौगात होगा। इस हॉस्पिटल में एक ही छत के नीचे चिकित्सा की विभिन्न सुविधाएं एक साथ मिलेंगी।
उन्होंने कहा कि इंदौर शिक्षा के साथ ही स्वास्थ्य का भी बढ़ा हब है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य हर नागरिकों का अधिकार है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कुशल नेतृत्व में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि यह हॉस्पिटल ऐसे समय में तैयार हुआ है, जब इस तरह के हॉस्पिटल की बड़ी जरूरत है। यह वर्तमान समय की आवश्यकता को पूरा करेगा। कोरोना से निपटने के लिये किेये जा रहे प्रयासों में भी बड़ा मददगार होगा।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि यह अस्पताल पूर्ण रुप से तैयार हो गया है। शीघ्र ही शुरु हो रहा है। अभी वर्तमान में इस अस्पताल में कोरोना के इलाज को प्रारंभ किया जा रहा है। अस्पताल के 100 आईसीयू बेड को भी कोरोना के इलाज के लिये उपयोग में लाया जायेगा। इस अस्पताल के शुरु होने से कोविड के इलाज में बहुत मदद मिलेगी।
बताया गया कि यह हॉस्पिटल दस मंजिला है। इसमें बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर शामिल है। यह हॉस्पिटल अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त रहेगा। इसमें अत्याधुनिक सुविधाओं वाले छ: आईसीयू और 10 ऑपरेशन थियेटर होंगे। हॉस्पिटल में नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, ह्दय शल्य क्रिया, बायपास, ह्दय रोग संबंधी अन्य उपचार, न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी आदि की विशेष व्यवस्था रहेगी। यहां अंग प्रत्यारोपण की सुविधा भी होगी। यहां सभाकक्ष, लाईब्रेरी, क्लास रूम, कैन्टिन, कैफेटेरिया, आदि भी रहेंगे। बताया गया कि यह हॉस्पिटल 237 करोड़ रूपये की लागत से बना है। इसमें मुख्य रूप से हॉस्पिटल के सिविल वर्क में लगभग 140 करोड़ रूपये तथा उपकरण और अन्य सुविधाओं के विकास में 66 करोड़ रूपये खर्च किये गये है। शेष राशि अन्य कार्यों में खर्च हुई है। यह हॉस्पिटल 500 से अधिक बिस्तरों की क्षमता वाला है।