इंदौर जिले में अनुपयोगी सूखे बोरवेल को बंद करवाने के लिए कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशन में प्रभावी कार्यवाही की गई है। जिले में पिछले दिनों एक अभियान चलाकर 390 बोरवेल बंद करवाये गये है। चेतावनी दी गई है कि अगर कहीं बोरवेल खुले पाये जायेगें तो संबंधित मालिक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई जायेगी।
उल्लेखनीय है कि रीवा जिले में पिछले दिनों अनुपयोगी बोरवेल में मासूम बच्चे के गिरने की हुई घटना को दृष्टिगत रखते हुये कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर अनुपयोगी बोरिंग को बंद करवाए जाने का अभियान शुरू किया गया। अभियान के तहत जिले में अब तक अनुपयोगी 390 बारेवले बंद करवाए गए है।
जिला पंचायत इन्दौर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन ने बताया कि जनपद पंचायतो को क्षेत्र में सूखे बोरवेल की पहचान कर इन्हे विभिन्न उपायो से सुरक्षित कवर करवाने के लिये निर्देशित किया गया था। इन्दौर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत सहायक अभियंता एवं उपयंत्रियो के दल द्वारा गत 18 अप्रैल से 24 अप्रैल तक ग्रामीण क्षेत्रो में निरीक्षण किया गया। 390 सूखे बोरवेल खुले पाये गये। इन सभी बोरवेल को बंद करवाने की कार्यवाही की गई।
सिद्धार्थ जैन ने बताया कि जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अब खुले बोरवेल को सुरक्षित करवाने संबंधी प्रमाण पत्र सभी ग्राम पंचायतो से प्राप्त करें। उनसे लिखित में लेवे की उनकी ग्राम पंचायत में अब कोई भी सूखा बोरवेल असुरक्षित खुला नहीं है। अब यदि खुले बोरवेल पाये जाते है तो ऐसे बोरवेल के मालिक के विरूद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई जाये।