जन्म स्थान से अलग एक दूसरे देश में जाकर बसना एक संघर्षमय सफर होता हैं। राजस्थान के अलवर जिले के जाट बहरोड़ गांव से निकलकर इटली के बोर्गो सान जियाकोमो में बसे विनोद चौधरी की कहानी भी कुछ इसी तरह की है।
विनोद चौधरी का जन्म राजस्थान के अलवर जिले के जाट बहरोड़ गांव में हुआ था। वह 1988 में इटली में बस गए। जब विनोद चौधरी शुरुआत में इटली गए तो कुछ समय तक वे रोम व बोलोग्ना शहर में रहे। उन्होंने अपने प्रारंभिक दिनों में रेस्तरां में बर्तन धोने से लेकर गायों की डेयरी में काम किया। इसके बाद उन्होंने बोर्गो सान जियाकोमो में अपना नया घर बसाया।
विनोद चौधरी 1992 से बोर्गो सैन जियाकोमो में रह रहे हैं। फोटो में चुनाव प्रचार के दौरान विनोद चौधरी सिंती समुदाय के मुखिया श्री लुका और उनकी पत्नी श्रीमती उर्नेला के साथ हैं। इसी नगर पालिका के एक गांव में सिंती समुदाय के लोग निवास करते हैं, इस समुदाय के लोग भारतीय मूल के हैं। आज भी मिस्टर ल्यूक बातचीत में हिंदी के शब्दों का उपयोग करते है, जैसे कि ‘पानी’, ‘पसीना’, ‘आंख’, ‘नाक’ आदि।
विनोद चौधरी इटली के बोर्गो सान जियाकोमो नगरपालिका के चुनावी मैदान में हैं। विनोद चौधरी BORGO BENE COMUNE (lista civica) के पार्षद प्रत्याशी हैं। यह नगरपालिका 1970 में गठित हुई थी और यहां विदेश से आने वाले सौ से अधिक परिवार बसे हुए हैं। विनोद चौधरी ने पिछले तेरह वर्षों से इसी नगरपालिका के माध्यम से बुजुर्गों की सेवा स्वयं सेवी के रूप में की है। उनका उद्देश्य है कि नगरवासियों का जीवन सदा जीवंत और सुखमय रहे।
यहां मतदान 8-9 जून को होगा और उनकी टीम का लक्ष्य है कि पूर्व प्रशासन के कारण से जो समस्याएं हो रही थी उनका समाधान करना।