मार्च 2020 ऑल इंग्लैंड के बाद विश्व टूर सुपर श्रृंखला की पहली बैडमिंटन स्पर्धा का पहला मैच भारत के लक्ष्य सेन का हुआ. मंगलवार से ओडेंसे में शुरु हुई डेनमार्क खुली सुपर-750बैडमिंटन स्पर्धा के पहले मैच में विश्व नंबर 27 लक्ष्य सेन ने फ्रांस के क्रिस्टो पोपोव को 36मिनट में 21-9,21-15 से आसानी से हरा दिया, विश्व नंबर 77 पोपोव पर लक्ष्य की चौथे मुकाबले में यह तीसरी जीत है, पिछली बार लक्ष्य ने पोपोव को स्काटिश खुली स्पर्धा 2019 में 23 नवंबर को तीन मुकाबलों में 9-21,21-8,22-20 से हराया था.
लक्ष्य अब डेनमार्क के अनुभवी हेंस क्रिस्टेन सोलबर्ग विटिगुंस या बेल्जियम के मक्सिम मोरिल्स से खेलेंगे. बता दें कि आज भारत के एक ही खिलाड़ी का मैच था, शेष भारतीय पाँचवे क्रम के के.श्रीकांत, सुभांकर डे और अजय जयराम अपने पहले दौर के मैच की शुरुआत बुधवार से करेंगे.
महिला एकल में दूसरे क्रम की जापान की नोझोमि ओकुहारा और तीसरे क्रम की स्पेन की करोलिना मारिन खिताब की प्रबल दावेदार है, कुछ जापानी खिलाड़ी स्पर्धा में खेल रहे हैं. डेनमार्क खुली स्पर्धा के बाद सारलोर्लुक्स खुली सुपर-100 बैडमिंटन स्पर्धा जर्मनी के सारब्रुकेन में 27अक्टूबर से 1नवंबर तक होगी, लक्ष्य इस स्पर्धा में अपने खिताब को बचाने के लिये खेलेंगे. सारलोर्लुक्स खुली स्पर्धा विश्व टूर फाइनल्स-2020 के लिए पात्रता आधार नही रहेगी, विश्व रैंकिंग में अंक जुडेंगे.
विश्व विजेता को फाइनल्स में सीधे प्रवेश नही…
विश्व बैडमिंटन महासंघ(BWF) ने विश्व टूर फाइनल्स स्पर्धा-2020 जो बैंकॉक(थाईलैंड)में 27-31 जनवरी 2021 तक होगी में विश्व विजेता खिलाड़ी को इस बार सीधे प्रवेश नही देने का निर्णय लिया है, फाइनल्स में उसी खिलाड़ी को पात्रता रहेगी, जो विश्व टूर की 3स्पर्धाओं में हिस्सा लेगें, डेनमार्क खुली के बाद एशिया खुली-1और -2स्पर्धा 2020 सुपर-1000 जनवरी में बैंकॉक(थाइलैंड)में होगी.
विश्व विजेता पी.वी.सिंधु और केंतो मोमोतो को फाइनल्स-2020 स्पर्धा में खेलना है तो एशिया खुली स्पर्धा(जनवरी 2021)में खेलना होगा, दोनों ने डेनमार्क खुली स्पर्धा से नाम वापस ले लिया था,अब एशिया खुली स्पर्धा की अहमियत बढ. जाएगी, विश्व टूर फाइनल्स-2020के लिए पात्रता हासिल करने के लिये अब सभी प्रमुख खिलाड़ी दोनों एशिया खुली स्पर्धा में जोर लगाएंगे,एशिया खुली-1स्पर्धा 2020, 12-17 जनवरी 2021 तक है.
साल 2019 में सिंधु को विश्व विजेता होने से फाइनल्स स्पर्धा में सीधे प्रवेश मिला था, पी.वी.सिंधु के पिताजी पी.वी.रमन्ना ने कहा -सिंधु अब एशिया खुली स्पर्धा में खेल बेहतर प्रदर्शन की कौशिश करेगी, सिंधु विश्व विजेता बन गई हैऔर टूर फाइनल्स स्पर्धा भी जीत चुकी है, हमारा अब मुख्य लक्ष्य ऑल इंग्लैंड औरओलंपिक है.