प्रयागराज में बुधवार रात (16 जुलाई) से मूसलधार बारिश और तूफानी हवाओं ने तबाही मचा दी। गंगा और यमुना नदी में पानी का बहाव इतना तेज हो गया कि सैकड़ों नावें बह गईं या डूब गईं। इस हादसे से खासकर संगम तट, दारागंज, नैनी और झूंसी घाट जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। नाविकों की आजीविका पर संकट आ गया है, क्योंकि इनमें से कई की रोजी-रोटी सिर्फ नावों से ही चलती है।
नाविक बोले – ऐसा तूफान 25 साल में नहीं देखा
नाविकों ने बताया कि बीते 25 सालों में ऐसा तूफान और बारिश उन्होंने कभी नहीं देखी। तेज हवाओं की वजह से नदी की लहरें ऊंची-ऊंची उठने लगीं। किनारे पर बंधी नावें एक-एक कर बहती चली गईं। कुछ नावें पलट गईं तो कुछ का अब तक पता ही नहीं चला है। कई नाविकों ने अपनी नावें बचाने की कोशिश की, लेकिन तेज लहरों और तूफानी हवाओं के आगे वे कुछ नहीं कर सके।
वायरल वीडियो में दिखा खौफनाक मंजर
स्थानीय लोगों और नाविकों ने जो वीडियो बनाए हैं, वो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें देखा जा सकता है कि गंगा नदी में समुद्र जैसी ऊंची लहरें उठ रही थीं और नावें लहरों में बुरी तरह हिल रही थीं। कई नाविक नावों को बचाने में जुटे दिखे, लेकिन हालात इतने खराब थे कि उनकी मेहनत बेकार चली गई। इस हादसे ने कई परिवारों के सामने रोजी-रोटी का बड़ा संकट खड़ा कर दिया है।
प्रशासन अलर्ट पर, सर्वे और मदद शुरू
प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में सर्वे शुरू कर दिया है ताकि नुकसान का आंकलन किया जा सके। नाविकों ने प्रशासन से राहत, मुआवजा और तुरंत मदद की मांग की है। जिला प्रशासन ने नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है और उनसे अपील की है कि अगले 48 घंटे बेहद सावधानी बरतें। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दो दिनों तक और बारिश और तेज हवाओं की संभावना है। इसलिए लोगों को नदी किनारे जाने से बचने की सलाह दी गई है।