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MP News: उच्च शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, अब कॉलेजों पढ़ाया जाएगा रामचरित मानस

MP News: उच्च शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, अब कॉलेजों पढ़ाया जाएगा रामचरित मानस

मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने ग्रेजुएशन के सिलेबस में रामचरित्र मानस को जोड़ दिया गया है। बताया जा रहा है कि अब एमपी में छाक्षों को बाकी विषयों के साथ रामचरित्र मानस भी पढ़ाया जाएगा। दरअसल, कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र 2021-22 से ही बीए, बीकॉम, बीएससी समेत सभी ग्रेजुएशन के कोर्स में रामचरित्रमानस सब्जेक्ट को शामिल कर दिया गया है। ऐसे में कला, साहित्य, गणित,साइंस समेत अलग-अलग संकाय में रामचरित्र मानस को भी जोड़ा गया है। हालांकि ये सब्जेक्ट ऑप्शनल रहेगा। जिसे लेना होगा वो इसे पढ़ सकता है।

युवा पीढ़ी के लिए लिया गया फैसला –

इसको लेकर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि रामचरित्र मानस सब्जेक्ट पढ़ाने का फैसला इसी सत्र से लागू किया जा रहा है। हमारी युवा पीढ़ी रामचरित्र मानस को पढे़गी तो मर्यादा पुरुष राम को जानेगी और अच्छे समाज का निर्माण होगा।

पूर्व की सरकारों ने नहीं उठाए कदम –

वहीं उन्होंने आगे कहा है कि राम हमारे आराध्य हैं, उनके बारे में युवा पीढ़ी जाने यह बेहद जरूरी है। लेकिन पूर्व सरकारों ने रामचरित्र का ज्ञान युवा पीढ़ी को कराने पर ध्यान नहीं दिया। मोहन यादव ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सिर्फ एक वर्ग विशेष की राजनीति करती है। कांग्रेस एक वर्ग को खुश करने और साधने में जुटी रहती है।

कांग्रेस ने कसा तंज –

जानकारी के मुताबिक, रामचरित्र मानस पढ़ाने पर कांग्रेस ने एतराज जताया है। वहीं पूर्व संस्कृति मंत्री पीसी शर्मा ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि रामचरित्र मानस के जरिए बीजेपी सियासी फायदा लेना चाहती है। कॉलेजों में सभी धर्म के स्टूडेंट होते हैं, इस तरीके से रामचरित्र मानस पढ़ाना सही नहीं है. साथ ही रामचरित प्रत्येक हिंदू के चरित्र में समाया हुआ है। इस को पढ़ाने की कोई आवश्यकता नहीं है।

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