Site icon Ghamasan News

मध्यप्रदेश के इस किले में मौजूद है रहस्यमयी तोप, जिसके चलने से गिर जाते थे महिलाओं के गर्भ, जानिए इतिहास

मध्यप्रदेश के इस किले में मौजूद है रहस्यमयी तोप, जिसके चलने से गिर जाते थे महिलाओं के गर्भ, जानिए इतिहास

Baldeogarh in Tikamgarh : मध्यप्रदेश में देखने के लिए कई ऐतिहासिक जगह मौजूद है जहां देश ही नहीं दुनिया भर से पर्यटक आते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही काफी ज्यादा प्रचलित जगह के बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल, मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में आने वाला बल्देवगढ़ शहर अपने किले के लिए मशहूर है, यहां मौजूद किला अपनी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।

इसे 18वीं शताब्दी में बुंदेला राजा विक्रमादित्य सिंह बुंदेला द्वारा मराठों से बचाव के लिए किले का निर्मित किया गया था। यह किला अपनी अनोखी वास्तुकला और किंवदंतियों के लिए पर्यटकों को आकर्षित करता है। वैसे तो इस किले में देखने के लिए काफी कुछ है, लेकिन इस किले की सबसे प्रसिद्ध विशेषता “गर्भ गिरावन तोप” है। इतना ही नहीं इस तोप को भवानी के नाम से भी जाना जाता है।

बता दें कि, यह विशाल तोप अपनी भारी गड़गड़ाहट और विनाशकारी शक्ति के लिए जानी जाती है। किंवदंतियों के अनुसार, तोप का ध्वनि इतना तीव्र था कि गर्भवती महिलाओं के गर्भ गिर जाते थे। बताया जाता है कि, इसका निर्माण 18वीं शताब्दी में बुंदेला राजा विक्रमादित्य सिंह बुंदेला द्वारा मराठों से बचाव और सैन्य शक्ति का प्रदर्शन के लिए करवाया गया था।

गर्भ गिरावन तोप से जुड़ी कुछ रोचक बातें:

कहा जाता है कि तोप को केवल एक बार युद्ध में इस्तेमाल किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप 12 कोस दूर तक की महिलाओं के गर्भ गिर गए थे। किंवदंती यह भी है कि तोप का एक तरफ से नाप करने पर हमेशा अलग परिणाम मिलता है। आज भी, गर्भ गिरावन तोप बल्देवगढ़ किले की शान और रहस्य का प्रतीक है।

Exit mobile version